लखनऊ : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में उत्तर प्रदेश के 12 CRPF जवान शहीद हो गए. जवानों की शहादत के बाद से ही देश सहित प्रदेश वासियों में गम का माहौल है. सभी आतंकियों से बदला लेने की मांग मोदी सरकार से कर रहे हैं.
दरअसल, गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में CRPF के 44 जवान शहीद हो गए. शहीद जवानों में 12 जवान यूपी के थे. शहीदों में प्रयागराज के मेजा के महेश कुमार, जो कि CRPF की 118 बटालियन में तैनात थे. उनकी इस समय पोस्टिंग बिहार में थी. वहीं कानपुर देहात के डेरापुर थाना क्षेत्र के रैगवा गांव के रहने वाले श्याम बाबू भी शहीद हो गए.
देवरिया के भटनी थाना क्षेत्र के छपिया जयदेव गांव के रहने वाले CRPF जवान विजय मौर्या भी आंतकी हमले में शहीद हो गए. वह CRPF की 82वीं बटालियन में कांस्टेबल पद पर तैनात थे. वहीं चंदौली जिले रहने वाले अवधेश कुमार यादव भी शहीद हो गए. अवधेश यादव 45वीं बटालियन में रेडियो आपरेटर सिग्नल पद पर तैनात थे. अवधेश मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के बहादुरपुर गांव के रहने वाले थे.
शहीद होने वालों में उन्नाव शहर कोतवाली के लोकनगर मोहल्ले के रहने वाले प्यारेलाल के 35 वर्षीय पुत्र अजीत कुमार आजाद भी शहीद हो गए. वह 115वीं बटालियन में सीआई के पद पर तैनात थे. कन्नौज जिले के तिर्वा थाना क्षेत्र के सुख्सेनपुर गांव निवासी जवान प्रदीप सिंह यादव भी उसी बटालियन में शामिल थे, जिसे आतंकियों ने अपना निशाना बनाया.
वहीं आगरा के कइरई गांव के जवान कौशल कुमार रावत भी आत्मघाती हमले में शहीद हो गए. इनके साथ शामली जिले के रहने वाले प्रदीप भी इस हमले में शहीद हो गए हैं. शामली के ही रहने वाले एक और जवान अमित कुमार भी शहीद हो गए. अमित कुमार शामली के रेलपार कॉलोनी के निवासी थे. वहीं महराजगंज के हरपुरा गांव के टोला बेलहिया के रहने वाले पंकज त्रिपाठी भी इस हमले में शहीद हो गए. पंकज ने चार दिन पहले ही छुट्टी खत्म कर ड्यूटी ज्वाइन की थी.