लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने डीजल, पेट्रोल और गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ बुधवार को कार्यालय से विधानसभा भवन तक पैदल कूच करने और विधानसभा घेरने का प्लान बनाया था. लेकिन, पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें कार्यालय के सामने ही रोक दिया. इससे नाराज प्रसपा के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय पर ही प्रदर्शन किया. पुलिस बल तैनात होने से प्रसपा कार्यकर्ताओं का विधानसभा कूच करने का प्लान असफल हो गया. इस दौरान पार्टी के नेताओं ने सरकार को 31 मार्च तक डीजल, पेट्रोल और गैस की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की चेतावनी दी है.
कार्यकर्ताओं ने बेरिकेडिंग पर चढ़कर किया प्रदर्शन
प्रसपा कार्यकर्ता सुबह से ही विधानसभा कूच करने के लिए कार्यालय पर जमा होने लगे थे. दोपहर 12 बजे तक बड़ी संख्या में यहां पर कार्यकर्ता पहुंच चुके थे. कार्यकर्ता कार्यालय से विधानसभा के लिए कूच कर पाते, उससे पहले ही पुलिस फोर्स ने पूरे कार्यालय को घेर लिया. विधानसभा की तरफ जाने वाली सड़क पर बैरिकेड लगा दिए गए. आने-जाने वाले रास्तों को रोक दिया गया. इसके बाद प्रसपा कार्यकर्ताओं ने कार्यालय पर ही प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि इस सरकार में पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल लोधी ने सरकार को 31 मार्च तक हरहाल में डीजल, पेट्रोल और गैस की कीमतों को वापस लेने की चेतावनी दी है.
कीमतें वापस लें, नहीं तो पद छोड़ें पीएम और सीएम
प्रसपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस सरकार में महंगाई अपने चरम पर है. डीजल, पेट्रोल और गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं. सरकार का गरीबों, बेरोजगारों और नौजवानों की तरफ कोई ध्यान ही नहीं है. सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. यह सही नहीं है. प्रर्दशनकारियों ने सरकार को चेतावनी है कि वह जल्द से जल्द बढ़ी हुई कीमतों को वापस लें. योगी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा नहीं किया तो उन्हें सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है.