लखनऊः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रगतिशील कृषक सम्मेलन के दौरान कृषकों को सम्मानित किया. इस अवसर पर 11 कृषक उत्पादक संगठनों को 60 लाख रुपये का स्वीकृति पत्र देते हुए प्रथम किस्त के रूप में 18 लाख रुपये का डमी चेक का वितरण किया गया. इसके साथ-साथ कस्टम हायरिंग सेंटर के 10 लाभार्थियों को प्रतीक स्वरूप ट्रैक्टर की चाबी भेंट की गई.
कृषक सम्मेलन कार्यक्रम के अंतर्गत एक नवीन कृषि विज्ञान केंद्र का शिलान्यास किया गया. यह केंद्र आने वाले दिनों में ‘कृषकों को देखो और विश्वास करो’ की अवधारणा पर जनपद अमरोहा में स्थापित किया जाना प्रस्तावित है. एक ही छत के नीचे समस्त कृषि निवेश उन्नत तकनीकी एवं प्रशिक्षण दिए जाने के उद्देश्य से पांच कृषि कल्याण केंद्रों का शिलान्यास किया गया.
इसमें बाराबंकी में फतेहपुर और रामनगर विकासखंड, हरदोई में मल्लावां, टोडरपुर एवं पीलीभीत विकासखंड में स्थापित होंगे. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश में द मिलियन फार्मर स्कूल के रूप में एक अनूठी किसान पाठशाला शुरू की गई है. इसके परिणाम बहुत उत्साहवर्धक हैं.
इसे भी पढ़ें- राजधानी के अस्पतालों में बढ़ेंगे 40 डॉक्टर, बेहतर होंगी स्वास्थ्य सेवाएं
इस कार्यक्रम के अंतर्गत 76 हजार से अधिक गांवों के 53 लाख से अधिक कृषकों के मध्य तकनीकी हस्तांतरण कर उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि की गई. इस बार धान की खरीद के लिए 50 लाख टन का लक्ष्य रखा गया है. समय से गन्ना मूल्य का भुगतान होने से बुआई क्षेत्र बढ़ा है. पशुओं की नस्ले सुधारने के लिए कार्य किया गया है.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि फलों और सब्जियों के उत्पादन से किसान की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है. उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन में नंबर एक पर आ रहा है. गेहूं के उत्पादन में देश में 12,368 रहा इसमें यूपी का योगदान 21 योगदान रहा. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में किसान आत्महत्या कर रहे थे. योगी सरकार में किसानों को शीघ्र लाभ दिया जा रहा है.