लखनऊ : साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 400 वर्षीय प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश पंजाबी अकेडमी के तत्वावधान में आज यानि 7 फरवरी को चारबाग स्थित रविंद्रालय प्रेक्षागृह कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम में पटियाला के पंजाबी रंगमंच की ओर से श्री गुरु साहिब के जीवन पर नाटिका प्रस्तुत की गई. इस अवसर पर पंजाबी संस्कृति को बढ़ावा देने वालों को सम्मानित भी किया गया.
पंजाबी संस्कृति के प्रचार- प्रसार में जुटे लोगों को किया गया सम्मानित
इससे पहले पंजाबी अकेडमी के सदस्य जसविंदर सिंह एवं निदेशक केपी द्विवेदी ने सम्मानित अतिथियों और पंजाबी भाषा के प्रचार और प्रसार में अपना योगदान देने वाले महानुभावों को सम्मानित किया गया. इसमें विशेष रूप से सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा और सरदार हरपाल सिंह जग्गी, नरेंद्र प्रताप सिंह, सुदर्शन सिंह बेदी, परविंदर सिंह, सरबजीत सिंह नामित पार्षद नरेंद्र सिंह मोंगा, देवेंद्र सिंह बग्गा और सुखप्रीत कौर अन्य लोगों को शॉल ओढाकर सम्मानित किया गया .
नाट्य रूप में प्रस्तुत हुई श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की जीवन गाथा
पटियाला से आए रंगमंच के कलाकारों ने गुरु तेग बहादुर जी महाराज की शहीदी गाथा को श्रद्धा के साथ प्रस्तुत किया. सभी कलाकारों ने अपने-अपने रोल को बखूबी निभाया और दर्शकों का मन मोह लिया. दर्शक भी गुरुदेव बहादुर जी महाराज के शहीदी घटना को नाट्य रूप में देखकर रोमांचित हो उठे. सभी में श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज के प्रति श्रद्धा दिखी. शो समाप्त होने पर दर्शकों ने जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारों से रविंद्रालय हॉल को गुंजायमान कर दिया .
आए लोगों का किया धन्यवाद
कार्यक्रम के संयोजक उत्तर प्रदेश पंजाबी अकेडमी के सदस्य सरदार जसविंदर सिंह ,सह संयोजक सतपाल सिंह मीत एवं हरविंदर पाल सिंह नीटा ने आए हुए सभी दर्शकों का धन्यवाद किया. कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया.