लखनऊ: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जगह-जगह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. महिलाओं के साथ कार्यस्थल पर हो रहे यौन शोषण के विरोध में शुक्रवार को केजीएमयू (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी) के कलाम सेंटर में आंतरिक परिवाद समिति की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान महिलाओं के साथ होने वाला लैंगिक दुर्व्यवहार का मुद्दा ही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था.
केजीएमयू में आयोजित कार्यक्रम
कार्यकम में नर्सिंग छात्र, फैकल्टी और स्टाफ को कानून के विभिन्न प्राविधानों के बारे में बताया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सुनीता तीवारी मौजूद रहीं. डॉ. सुनीता ने कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले लैंगिक दुर्व्यवहार के बारे में बात की. डॉ. सुनीता ने लैंगिक दुर्व्यवहार सुरक्षा अधिनिययम 2013 के अंतर्गत गठित आंतरिक परिवाद समिति के कार्य, समिति के अधिकारों और पीड़िता को कैसे और कब आंतरिक परिवाद समिति में शिकायत करना है आदि अधिनियम के बारे में प्रतिभागियों को बताया.
न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. आरके गर्ग ने प्रतिभागियों को बताया कि महिलाएं आंतरिक परिवार समिति शिकायतकर्ता को बुलाकर उनसे विस्तृत जानकारी ले सकती हैं. साथ ही गोपनीयता व शिकायतकर्ता की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा. समिति आरोपी से भी पूछताछ कर सकती है.
डॉ. सुजाता देव ने बताया कि कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले लैंगिक दुव्यवहार अधिनिययम के अंतर्गत यह भी है कि इस कानून के बारे में सभी कर्मचारी एवं अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाए. साथ ही आंतरिक परिवाद समिति के सदस्यों का नाम, संपर्क नम्बर जगह-जगह लिखकर प्रदर्शित किया जाएगा. प्रो. आरएएस कुशवाहा ने सभी को धन्यवाद कहा. कार्यक्रम का उद्देश्य एकमात्र यही था कि कभी भी महिलाएं अपने खिलाफ हो रहे उत्पीड़न को सहे नहीं, बल्कि वे उसके खिलाफ अपनी आवाज उठाएं.