आगरा : पशु क्रूरता निवारण समिति सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (एसपीसीए) की गौशाला में गोवंशों की मौत पर कार्रवाई हुई है. 24 घंटे में 4 गोवंशों की जान जाने के बाद आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड, डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने रविवार को संस्थान में छापा मारा. देर शाम आगरा डीएम ने लापरवाही पर एसपीसीए की जमीन का पट्टा निरस्त करा दिया. एसपीसीए के सचिव व अन्य कर्मियों के विरुद्ध न्यू आगरा थाना में मुकदमा दर्ज कराया. एक संविदाकर्मी की सेवा समाप्त कर दी गई. पशु कल्याण अधिकारी पर भी कार्रवाई होनी है.
न्यू आगरा थाना क्षेत्र में दयालबाग स्थित सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (एसपीसीए) गोशाला है. यहां पर आए दिन गोवंश की मौत की खबर मिल रही थी. रविवार को आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड, डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और नगरायुक्त ने एसपीसीए गोशाला का निरीक्षण किया. डीएम आगरा अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि एसपीसीए की गोशाला में गोवंश की देखबाल में की गई लापरवाही अक्षम्य है. इसमें संस्था व जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. एसपीसीए में मृत पड़े गोवंश की दुर्दशा के वीडियो भी वायरल हो रहे थे. इसके बाद गोशाला का निरीक्षण किया गया.
गोशाला के निरीक्षण में मिलीं खामियां : डीएम ने बताया कि निरीक्षण में एसपीसीए की गोशाला में तमाम खामियां मिलीं हैं. यहां पर 70 गोवंश मिले. इनमें 4 गोवंश मृत पड़े थे. इस पर नगरायुक्त को कार्रवाई के निर्देश दिए. नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने एसपीसीए को दी गई जमीन का पट्टा निरस्त कर दिया. इसके साथ ही नगर निगम के एक आउटसोर्स कर्मचारी की सेवा समाप्त कर दी है. इस मामले में नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी अजय कुमार की भी लापरवाही सामने आई है. उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई के नगरायुक्त को निर्देश दिए हैं.
नगर निगम कर्मचारियों से की थी अभद्रता : नगर निगम के पशु कल्याण लिपिक गजेंद्र सिंह की तहरीर पर न्यू आगरा थाना पुलिस ने एसपीसीए सचिव धीरेंद्र शर्मा व अन्य कर्मचारियों के विरुद्ध थाना न्यू आगरा में पशु क्रूरता व अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर में कहा गया है कि गुरुवार को कैटल कैचर से पकड़े गए 16 बीमार गोवंश को इलाज के लिए यहां लाया गया. आरोप लगाया कि संस्था सचिव धीरेंद्र शर्मा ने इलाज से इनकार कर दिया. निगम कर्मियों के साथ अभद्रता की. बीमार गोवंश को एसपीसीए के गेट पर एक तरफ उतरवा दिया. शाम को पशु कल्याण अधिकारी पहुंचे तो बीमार गोवंश गेट के पास ही पड़े मिले. दूसरे दिन 4 गोवंश की मौत हो गई. मृत गोवंश की आंखें कौओं ने नोंच लीं. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने गोशाला का निरीक्षण किया गया था.
21 साल पहले पट्टे पर दी गई थी जमीन : नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि एसपीसीए को बीमार व घायल गोवंश के उपचार के लिए नगर निगम ने 2003 में पट्टे पर मौजा जगनपुर खसरा 81 में 9680 वर्ग गज भूमि दी थी. संस्था को बीमार गोवंश का मुफ्त इलाज करना था. संस्था सचिव व अन्य कर्मचारियों ने लापरवाही बरती. पट्टे की शर्तों व अनुबंध का उल्लंघन किया गया है.
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