लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण के व्यवसायिक और सात भूखंडों की ई-नीलामी संपन्न हो गई. रतन खंड के प्लाट की बोली करीब तीन गुना तक लगी. इस प्लाट को खरीदने के लिए 15 एजेंसियों ने बिड लगाई थी. 13 करोड़ का प्लाट 38.18 करोड़ में बिक गया. सचिव पवन गंगवार ने बताया कि विराज खंड पांच में प्लाट नंबर सीपी-1 की कीमत 19,070,4192 रुपये लगाई गई थी, जिसकी सबसे ऊंची बोली 19,10,04,192 रुपये लगी. गोमती नगर विराम खंड पांच के प्लाट के लिए आठ लोगों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन बोली सात ने लगाई.
अंतिम बोली 727,04,863 रुपये लगी. इसकी बेस कीमत 34404863 रुपये थी. वहीं कानपुर रोड योजना में कॉमर्शियल प्लाट डी वन के लिए नौ लोगों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन नीलामी में आठ लोग शामिल हुए. अंतिम बोली 443,7188 रुपये लगाई गई, जबकि इसकी कीमत एलडीए ने 20,27,1888 रुपये तय की थी.
इसी तरह शारदा नगर योजना में रतन खंड के प्लाट की कीमत सबसे ऊंची गई. इसकी कीमत एलडीए ने 13, 080,3576 रुपये लगाई थी. 15 लोगों ने पंजीकरण कराया था और सभी लोग ई-नीलामी में शामिल हुए. कई चरणों तक बोली लगने के बाद अंतिम में 38,180,3576 रुपये पर समाप्त हुई. इसी योजना में प्लाट सीपी-058 के लिए 14 लोगों ने बोली लगाई. 71,30039 रुपये के मुकाबले 18,5630039 रुपये तक अंतिम बोली लगी.
जानकीपुरम विस्तार में सेक्टर दो में प्राइमरी स्कूल के भूखंड के लिए तीन लोगों के बीच प्रतिस्पर्धा रही. 66,40,1280 रुपये के इस प्लाट की कीमत 66,70,1280 रुपये पर बंद हुई. ट्रांसपोर्ट नगर योजना में सिविल लाइन मेवा नर्सरी में रिहाइशी प्लाट के लिए छह लोगों ने पंजीकरण कराया था. पांच लोगों के बीच 58,73,868 रुपये का यह प्लाट 10,27,3868 रुपये का बिका.