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प्रियंका की रणनीति से गच्चा खा गया प्रशासन, पुष्पांजलि की परमिशन लेकर धरने पर बैठीं

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने लखनऊ जिला प्रशासन को धोखे में रखकर जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर धरने पर बैठ गईं. जबकि कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करने का परमिशन लिया था.

धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी.
धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी.
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Published : Jul 16, 2021, 6:28 PM IST

लखनऊः कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की रणनीति के आगे जिला प्रशासन गच्चा खा गया. दरअसल, प्रियंका गांधी का जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर धरने पर बैठने का प्लान पहले से ही था. लेकिन अगर धरने की अनुमति जिला प्रशासन से ली जाती तो नहीं मिलती. इसलिए कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि का प्लान बनाया. महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजिल चढ़ाने पहुंची प्रियंका गांधी यहां धरने पर बैठ गईं. जब प्रियंका गांधी धरने पर बैठीं तो प्रशासन चौकन्ना हुआ. प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने में पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.

धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी.
लखनऊ की जमीन पर कदम रखते ही प्रियंका गांधी लाइमलाइट में आ गई हैं. चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (Chaudhary Charan Singh Airport) से लेकर जीपीओ तक पहुंचने के क्रम में प्रियंका गांधी का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. प्रशासन को धोखा देने के लिए प्रियंका गांधी एयरपोर्ट से सीधे जीपीओ न जाकर पहले कौल हाउस गईं जहां पर उन्हें रात में ठहरना है. यहां पर कुछ देर ठहरने के बाद जीपीओ पहुंचकर पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और दो मिनट का मौन रखा. जब पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की प्रियंका से बात कही तो उन्होंने कोई जवाब न देकर कागज पर सिर्फ इतना लिखा कि 'पंचायत चुनाव में भी कोरोना था'. इसके बाद पुलिस प्रशासन के माथे पर पसीना आ गया. इसके बाद प्रियंका गांधी धरने पर जम गईं और कांग्रेस मुख्यालय पर बड़ी संख्या में जमा कार्यकर्ताओं को भी गांधी प्रतिमा पर धरने के लिए आमंत्रित कर दिया गया. अब बड़ी संख्या में गांधी प्रतिमा पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी है और प्रियंका गांधी यहां से हिलने को तैयार नहीं हैं.

इसे भी पढ़ें-धरना खत्म कर यूपी कांग्रेस कार्यालय पहुंचीं प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने सिर्फ प्रशासन को ही नहीं चौंकाया, बल्कि भारतीय जनता पार्टी को भी जोरदार झटका दे दिया. दरअसल, बीजेपी कार्यालय से गांधी प्रतिमा की दूरी महज चंद कदमों की है और आज बीजेपी कार्यालय पर प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हो रही है. ऐसे में भाजपा की बैठक की खबर प्रमुखता से न बने और प्रियंका छा जाएं, इसलिए यह पैंतरा चला है. धरने से प्रियंका गांधी प्रदेश की योगी सरकार पर भी दबाव बनाने की कोशिश की है. निश्चित तौर पर प्रियंका गांधी की इस रणनीति के बाद अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को समझ आ गया होगा कि पुष्पांजलि की अनुमति देना कहीं न कहीं उन्हीं पर भारी पड़ गया.

बता दें कि प्रियंका गांधी का 3 दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची हैं. यहां पर वे संगठन की मजबूती को लेकर विचार-विमर्श करेंगी. इसके साथ ही कई प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात भी करेंगी. जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगी. दो दिन प्रियंका गांधी गोखले मार्ग स्थित कौल हाउस में रात्रि विश्राम करेंगी.

लखनऊः कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की रणनीति के आगे जिला प्रशासन गच्चा खा गया. दरअसल, प्रियंका गांधी का जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर धरने पर बैठने का प्लान पहले से ही था. लेकिन अगर धरने की अनुमति जिला प्रशासन से ली जाती तो नहीं मिलती. इसलिए कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि का प्लान बनाया. महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजिल चढ़ाने पहुंची प्रियंका गांधी यहां धरने पर बैठ गईं. जब प्रियंका गांधी धरने पर बैठीं तो प्रशासन चौकन्ना हुआ. प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने में पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.

धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी.
लखनऊ की जमीन पर कदम रखते ही प्रियंका गांधी लाइमलाइट में आ गई हैं. चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (Chaudhary Charan Singh Airport) से लेकर जीपीओ तक पहुंचने के क्रम में प्रियंका गांधी का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. प्रशासन को धोखा देने के लिए प्रियंका गांधी एयरपोर्ट से सीधे जीपीओ न जाकर पहले कौल हाउस गईं जहां पर उन्हें रात में ठहरना है. यहां पर कुछ देर ठहरने के बाद जीपीओ पहुंचकर पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और दो मिनट का मौन रखा. जब पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की प्रियंका से बात कही तो उन्होंने कोई जवाब न देकर कागज पर सिर्फ इतना लिखा कि 'पंचायत चुनाव में भी कोरोना था'. इसके बाद पुलिस प्रशासन के माथे पर पसीना आ गया. इसके बाद प्रियंका गांधी धरने पर जम गईं और कांग्रेस मुख्यालय पर बड़ी संख्या में जमा कार्यकर्ताओं को भी गांधी प्रतिमा पर धरने के लिए आमंत्रित कर दिया गया. अब बड़ी संख्या में गांधी प्रतिमा पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी है और प्रियंका गांधी यहां से हिलने को तैयार नहीं हैं.

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प्रियंका गांधी ने सिर्फ प्रशासन को ही नहीं चौंकाया, बल्कि भारतीय जनता पार्टी को भी जोरदार झटका दे दिया. दरअसल, बीजेपी कार्यालय से गांधी प्रतिमा की दूरी महज चंद कदमों की है और आज बीजेपी कार्यालय पर प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हो रही है. ऐसे में भाजपा की बैठक की खबर प्रमुखता से न बने और प्रियंका छा जाएं, इसलिए यह पैंतरा चला है. धरने से प्रियंका गांधी प्रदेश की योगी सरकार पर भी दबाव बनाने की कोशिश की है. निश्चित तौर पर प्रियंका गांधी की इस रणनीति के बाद अब जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को समझ आ गया होगा कि पुष्पांजलि की अनुमति देना कहीं न कहीं उन्हीं पर भारी पड़ गया.

बता दें कि प्रियंका गांधी का 3 दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची हैं. यहां पर वे संगठन की मजबूती को लेकर विचार-विमर्श करेंगी. इसके साथ ही कई प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात भी करेंगी. जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगी. दो दिन प्रियंका गांधी गोखले मार्ग स्थित कौल हाउस में रात्रि विश्राम करेंगी.

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