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'जिम्मेदार कौन' अभियान के तहत प्रियंका ने मोदी सरकार से पूछे तीखे सवाल - मोदी सरकार

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने वैक्सीन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है. 'जिम्मेदार कौन' अभियान के तहत प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार से सवाल पूछे हैं और जवाब मांगा है कि इसका 'जिम्मेदार कौन'?

priyanka gandhi asked questions to central government
प्रियंका ने पूछे मोदी सरकार से तीखे सवाल.
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Published : May 26, 2021, 1:17 PM IST

लखनऊ: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर 'जिम्मेदार कौन' अभियान के तहत निशाना साधा है. सोशल मीडिया पर लिखे पोस्ट में प्रियंका ने कहा, पिछले साल 15 अगस्त को मोदी जी ने लाल किले से भाषण में कहा कि उनकी सरकार ने वैक्सीनेशन का पूरा प्लान तैयार कर लिया है. भारत के वैक्सीन उत्पादन और वैक्सीन कार्यक्रमों की विशालता के इतिहास को देखते हुए ये विश्वास करना आसान था कि मोदी सरकार इस काम को तो बेहतर ढंग से करेगी. आखिर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1948 में चेन्नई में वैक्सीन यूनिट व 1952 में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे को स्थापित कर भारत के वैक्सीन कार्यक्रम को एक उड़ान दी थी.

priyanka gandhi asked questions to central government
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय

प्रियंका ने आगे लिखा, हमने सफलतापूर्वक चेचक, पोलियो आदि बीमारियों को शिकस्त दी. आगे चलकर भारत दुनिया में वैक्सीन का निर्यात करने लगा और आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक है. इन उपलब्धियों को जानकर देश निश्चिंत था कि भारतवासियों को वैक्सीन की समस्या नहीं आएगी, लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि महामारी की शुरूआत से ही भारत में वैक्सीन आम लोगों की जिंदगी बचाने के औजार के बजाय प्रधानमंत्री के निजी प्रचार का साधन बन गई.

कमजोर देशों की कतार में शामिल हो गया भारत
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत अन्य देशों से वैक्सीन के दान पर निर्भर हो गया है. वैक्सीनेशन के मामले में दुनिया के कमजोर देशों की कतार में शामिल हो गया है. ऐसा क्यों हुआ? जिम्मेदार कौन? आज भारत की 130 करोड़ की आबादी के मात्र 11% हिस्से को वैक्सीन की पहली डोज और मात्र 3% हिस्से को फुल वैक्सीनेशन नसीब हुआ है. जिम्मेदार कौन? मोदीजी के टीका उत्सव की घोषणा के बाद पिछले एक महीने में वैक्सीनेशन में 83% की गिरावट आ गई. जिम्मेदार कौन?

इसे भी पढ़ें: प्रियंका गांधी का 'जिम्मेदार कौन?' अभियान, सरकार से पूछे ये सवाल

वैक्सीन पर अब बस मोदीजी की फोटो
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज मोदी सरकार ने देश को वैक्सीन की कमी के दलदल में धकेल दिया है. वैक्सीन पर अब बस मोदी जी की फोटो ही है. बाकी सारी जिम्मेदारी राज्यों के ऊपर डाल दी गई है. आज राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र सरकार को वैक्सीन की कमी होने की सूचना भेज रहे हैं. वैक्सीन की कमी के पीछे सरकार की फेल वैक्सीन पॉलिसी दिखाई पड़ती है.

सरकार पर वैक्सीन को लेकर प्रियंका ने पूछे गंभीर सवाल

  • विश्व के बड़े-बड़े देशों ने पिछले साल ही उनकी जनसंख्या से कई गुना वैक्सीन आर्डर कर लिए थे, लेकिन मोदी सरकार ने पहला आर्डर जनवरी 2021 में दिया. वह भी मात्र एक करोड़ 60 लाख वैक्सीन का, जबकि हमारी आबादी 130 करोड़ है.
  • इस साल जनवरी-मार्च के बीच में मोदी सरकार ने 6.5 करोड़ वैक्सीन विदेश भेज दी. कई देशों को मुफ्त में भेंट भी की, जबकि इस दौरान भारत में मात्र 3.5 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लगी.
  • सरकार ने एक मई से 18-44 आयु वर्ग की लगभग 60 करोड़ जनसंख्या को वैक्सीन देने के दरवाजे खोले, लेकिन मात्र 28 करोड़ वैक्सीन के आर्डर दिए, जिससे केवल 14 करोड़ जनसंख्या को वैक्सीन लगाना संभव है.
    priyanka gandhi asked questions to central government
    प्रियंका के सवाल.

जनता पूछ रही पीएम से सवाल

प्रियंका गांधी ने कहा कि आज देश की जनता मोदी जी से कुछ प्रश्न पूछ रही है. मोदी जी के बयान के अनुसार उनकी सरकार पिछले साल ही वैक्सीनेशन के पूरे प्लान के साथ तैयार थी, तब जनवरी 2021 में मात्र एक करोड़ 60 लाख वैक्सीनों का आर्डर क्यों दिया गया? मोदीजी की सरकार ने भारत के लोगों को कम वैक्सीन लगाकर, ज्यादा वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी? दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत, आज दूसरे देशों से वैक्सीन मांगने की स्थिति में क्यों आ गया? वहीं ये निर्लज्ज सरकार इसे भी उपलब्धि की तरह प्रस्तुत करने की कोशिश क्यों कर रही है?

लखनऊ: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर 'जिम्मेदार कौन' अभियान के तहत निशाना साधा है. सोशल मीडिया पर लिखे पोस्ट में प्रियंका ने कहा, पिछले साल 15 अगस्त को मोदी जी ने लाल किले से भाषण में कहा कि उनकी सरकार ने वैक्सीनेशन का पूरा प्लान तैयार कर लिया है. भारत के वैक्सीन उत्पादन और वैक्सीन कार्यक्रमों की विशालता के इतिहास को देखते हुए ये विश्वास करना आसान था कि मोदी सरकार इस काम को तो बेहतर ढंग से करेगी. आखिर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1948 में चेन्नई में वैक्सीन यूनिट व 1952 में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे को स्थापित कर भारत के वैक्सीन कार्यक्रम को एक उड़ान दी थी.

priyanka gandhi asked questions to central government
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय

प्रियंका ने आगे लिखा, हमने सफलतापूर्वक चेचक, पोलियो आदि बीमारियों को शिकस्त दी. आगे चलकर भारत दुनिया में वैक्सीन का निर्यात करने लगा और आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक है. इन उपलब्धियों को जानकर देश निश्चिंत था कि भारतवासियों को वैक्सीन की समस्या नहीं आएगी, लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि महामारी की शुरूआत से ही भारत में वैक्सीन आम लोगों की जिंदगी बचाने के औजार के बजाय प्रधानमंत्री के निजी प्रचार का साधन बन गई.

कमजोर देशों की कतार में शामिल हो गया भारत
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत अन्य देशों से वैक्सीन के दान पर निर्भर हो गया है. वैक्सीनेशन के मामले में दुनिया के कमजोर देशों की कतार में शामिल हो गया है. ऐसा क्यों हुआ? जिम्मेदार कौन? आज भारत की 130 करोड़ की आबादी के मात्र 11% हिस्से को वैक्सीन की पहली डोज और मात्र 3% हिस्से को फुल वैक्सीनेशन नसीब हुआ है. जिम्मेदार कौन? मोदीजी के टीका उत्सव की घोषणा के बाद पिछले एक महीने में वैक्सीनेशन में 83% की गिरावट आ गई. जिम्मेदार कौन?

इसे भी पढ़ें: प्रियंका गांधी का 'जिम्मेदार कौन?' अभियान, सरकार से पूछे ये सवाल

वैक्सीन पर अब बस मोदीजी की फोटो
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज मोदी सरकार ने देश को वैक्सीन की कमी के दलदल में धकेल दिया है. वैक्सीन पर अब बस मोदी जी की फोटो ही है. बाकी सारी जिम्मेदारी राज्यों के ऊपर डाल दी गई है. आज राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र सरकार को वैक्सीन की कमी होने की सूचना भेज रहे हैं. वैक्सीन की कमी के पीछे सरकार की फेल वैक्सीन पॉलिसी दिखाई पड़ती है.

सरकार पर वैक्सीन को लेकर प्रियंका ने पूछे गंभीर सवाल

  • विश्व के बड़े-बड़े देशों ने पिछले साल ही उनकी जनसंख्या से कई गुना वैक्सीन आर्डर कर लिए थे, लेकिन मोदी सरकार ने पहला आर्डर जनवरी 2021 में दिया. वह भी मात्र एक करोड़ 60 लाख वैक्सीन का, जबकि हमारी आबादी 130 करोड़ है.
  • इस साल जनवरी-मार्च के बीच में मोदी सरकार ने 6.5 करोड़ वैक्सीन विदेश भेज दी. कई देशों को मुफ्त में भेंट भी की, जबकि इस दौरान भारत में मात्र 3.5 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लगी.
  • सरकार ने एक मई से 18-44 आयु वर्ग की लगभग 60 करोड़ जनसंख्या को वैक्सीन देने के दरवाजे खोले, लेकिन मात्र 28 करोड़ वैक्सीन के आर्डर दिए, जिससे केवल 14 करोड़ जनसंख्या को वैक्सीन लगाना संभव है.
    priyanka gandhi asked questions to central government
    प्रियंका के सवाल.

जनता पूछ रही पीएम से सवाल

प्रियंका गांधी ने कहा कि आज देश की जनता मोदी जी से कुछ प्रश्न पूछ रही है. मोदी जी के बयान के अनुसार उनकी सरकार पिछले साल ही वैक्सीनेशन के पूरे प्लान के साथ तैयार थी, तब जनवरी 2021 में मात्र एक करोड़ 60 लाख वैक्सीनों का आर्डर क्यों दिया गया? मोदीजी की सरकार ने भारत के लोगों को कम वैक्सीन लगाकर, ज्यादा वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी? दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत, आज दूसरे देशों से वैक्सीन मांगने की स्थिति में क्यों आ गया? वहीं ये निर्लज्ज सरकार इसे भी उपलब्धि की तरह प्रस्तुत करने की कोशिश क्यों कर रही है?

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