लखनऊ: आगामी 17 मई से राजधानी के निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं की शुरुआत की जाएगी. निजी स्कूल संगठन अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन की ओर से गुरुवार को इसकी घोषणा की. इस संबंध में एसोसिएशन की ओर से उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा को एक पत्र भी भेजा गया है. संगठन का दावा है कि अभिभावकों की ओर से भी ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने को लेकर सहमति जताई गई है.
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बीते दिनों जारी एक आदेश में 20 मई तक सभी शिक्षण संस्थानों को पूरी तरह से बंद करने के आदेश दिए गए हैं. इसमें साफ कहा गया है कि ऑनलाइन क्लासेज का भी संचालन नहीं किया जाएगा. इसको लेकर निजी स्कूल संगठनों की ओर से अब आपत्ति दर्ज कराई जा रही है. संगठन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि स्कूलों ने एक मत से राय दी है कि शासन द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई पर रोक लगाया जाना कहीं से भी वाजिब नहीं लगता. शिक्षक घर में बैठकर अपने संसाधन से छात्रों को पढ़ाना चाहते हैं, इस पर भी शासन रोक लगाना चाह रही है. उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों ने मिलकर 17 मई से विधिवत ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है.
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240 दिन की पढ़ाई है जरूरी
संगठन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि जब स्कूल सुचारू रूप से चलते हैं तो 240 दिन की पढ़ाई जरूरी होती है. हर दिन करीब 6 घंटे की पढ़ाई होती है ऐसे में साल भर 1440 घंटे की पढ़ाई अनिवार्य है. ऑनलाइन क्लास में तीन से चार घंटे की पढ़ाई ही हो पाती है. इसमें तीन से चार मुख्य विषयों को ही कोई पढ़ाया जाता है. ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई में 720 घंटे की ही पढ़ाई हो पाती है. छात्र अपने घर में बैठे हैं. घर में बैठकर लैपटॉप मोबाइल इस्तेमाल करने से संक्रमण नहीं फैलता. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने पर यदि शिक्षा विभाग कार्रवाई करता है तो वे इसके लिए तैयार हैं लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई स्थगित रखने का विरोध करते हैं.