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डेंगू की जांच के मनमाने दाम नहीं वसूल सकेंगी निजी पैथालॉजी, होगी कार्रवाई

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 4, 2023, 9:29 PM IST

डेंगू के मामलों को देखते हुए सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल की ओर से सभी निजी पैथालॉजी संचालकों को निर्देश जारी किए गए हैं.

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लखनऊ : प्रदेश में लगातार डेंगू के मरीजों में बढ़ोतरी होनी शुरू हो गई है. इस समय राजधानी लखनऊ के तमाम क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. जिला अस्पताल में तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं. इसी के तहत डेंगू की जांच कराने वाले मरीजों से अब निजी पैथालॉजी मनमाना रुपया नहीं वसूल सकेंगे. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल की ओर से इस संबंध में शहर के सभी निजी पैथालॉजी संचालकों को निर्देश जारी किए गए हैं. साथ ही आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर डेंगू से संबंधित जांच दरें भी जारी कर दी हैं. आदेश में कहा है कि अधिक रुपए वसूलने की शिकायत मिलने पर पैथालॉजी संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.



स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, हर साल सितंबर से संचारी रोग तेजी से फैलता है. जिसमें डेंगू, टाइफाइड, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियां लोगों को होती है. इन बीमारियों में एक बात सामान्य है कि यह सभी मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियां हैं. इस स्थिति में मच्छर से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग तमाम कोशिश कर रहा है. इसी के तहत लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि अपने घर के आसपास या कूलर में पानी इकट्ठा न होने दें. स्वास्थ्य विभाग ने निजी पैथोलॉजी के ऊपर भी लगाम लगाते हुए संचारी रोग से संबंधित तमाम जांचों के लिए शुल्क निर्धारित कर दिए हैं. यदि कोई पैथोलॉजी इस तरह शुल्क से अधिक मरीज से शुल्क वसूलता है तो उसके ऊपर सख्त कार्रवाई होगी. यहां तक की पैथोलॉजी को भी सील कर दिया जाएगा. ज्ञात हो कि पिछले वर्ष निजी पैथोलॉजी के मनमानी शुल्क के चलते मरीजों को काफी परेशानी हुई थी, जिसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्त कार्रवाई की थी.

डेंगू के नाम पर निजी पैथालॉजी में मनमाने दाम वसूलने की शिकायतें भी सीएमओ को मिल रही थीं. इसी को देखते हुए सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि 'डीएम के अनुमोदन के बाद 25 अगस्त से यह निर्देश लागू कर दिया गया है. निजी पैथालॉजी में डेंगू एवं स्क्रब टाइफस और उससे संबंधित जांच, कंपोनेंट (प्लेटलेट्स) के लिए अधिकतम रुपए लेने की सीमा तय कर दी गई है.

जांच का नाम दर रुपए में
प्लेटलेट काउंट (लैब में) 250
प्लेटलेट काउंट (मरीज के घर पर) 350
एक यूनिट प्लेटलेट (आरडीपी)400
आईजीएम एलाइजा (लैब में) 750
आईजीएम एलाइजा (मरीज के घर पर) - 800
एनएस-1 कार्ड टेस्ट 1000
एनएस-1 एलाइजा (लैब में) 1200
चिकुनगुनिया कार्ड टेस्ट1200
स्क्रब टाइफस एलाइजा (लैब में)1200
एनएस-1 एलाइजा (मरीज के घर पर)1400
स्क्रब टाइफस एलाइजा (मरीज के घर पर)1400
चिकुनगुनिया पीसीआर1700

लखनऊ : प्रदेश में लगातार डेंगू के मरीजों में बढ़ोतरी होनी शुरू हो गई है. इस समय राजधानी लखनऊ के तमाम क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. जिला अस्पताल में तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं. इसी के तहत डेंगू की जांच कराने वाले मरीजों से अब निजी पैथालॉजी मनमाना रुपया नहीं वसूल सकेंगे. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल की ओर से इस संबंध में शहर के सभी निजी पैथालॉजी संचालकों को निर्देश जारी किए गए हैं. साथ ही आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर डेंगू से संबंधित जांच दरें भी जारी कर दी हैं. आदेश में कहा है कि अधिक रुपए वसूलने की शिकायत मिलने पर पैथालॉजी संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.



स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, हर साल सितंबर से संचारी रोग तेजी से फैलता है. जिसमें डेंगू, टाइफाइड, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियां लोगों को होती है. इन बीमारियों में एक बात सामान्य है कि यह सभी मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियां हैं. इस स्थिति में मच्छर से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग तमाम कोशिश कर रहा है. इसी के तहत लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि अपने घर के आसपास या कूलर में पानी इकट्ठा न होने दें. स्वास्थ्य विभाग ने निजी पैथोलॉजी के ऊपर भी लगाम लगाते हुए संचारी रोग से संबंधित तमाम जांचों के लिए शुल्क निर्धारित कर दिए हैं. यदि कोई पैथोलॉजी इस तरह शुल्क से अधिक मरीज से शुल्क वसूलता है तो उसके ऊपर सख्त कार्रवाई होगी. यहां तक की पैथोलॉजी को भी सील कर दिया जाएगा. ज्ञात हो कि पिछले वर्ष निजी पैथोलॉजी के मनमानी शुल्क के चलते मरीजों को काफी परेशानी हुई थी, जिसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्त कार्रवाई की थी.

डेंगू के नाम पर निजी पैथालॉजी में मनमाने दाम वसूलने की शिकायतें भी सीएमओ को मिल रही थीं. इसी को देखते हुए सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि 'डीएम के अनुमोदन के बाद 25 अगस्त से यह निर्देश लागू कर दिया गया है. निजी पैथालॉजी में डेंगू एवं स्क्रब टाइफस और उससे संबंधित जांच, कंपोनेंट (प्लेटलेट्स) के लिए अधिकतम रुपए लेने की सीमा तय कर दी गई है.

जांच का नाम दर रुपए में
प्लेटलेट काउंट (लैब में) 250
प्लेटलेट काउंट (मरीज के घर पर) 350
एक यूनिट प्लेटलेट (आरडीपी)400
आईजीएम एलाइजा (लैब में) 750
आईजीएम एलाइजा (मरीज के घर पर) - 800
एनएस-1 कार्ड टेस्ट 1000
एनएस-1 एलाइजा (लैब में) 1200
चिकुनगुनिया कार्ड टेस्ट1200
स्क्रब टाइफस एलाइजा (लैब में)1200
एनएस-1 एलाइजा (मरीज के घर पर)1400
स्क्रब टाइफस एलाइजा (मरीज के घर पर)1400
चिकुनगुनिया पीसीआर1700
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