नई दिल्ली: केंद्रीय बजट के दस्तावेजो की छपाई से पहले वित्त मंत्रालय में पारंपरिक तौर से हलवा सेरेमनी हुई. यानी अब पेश होने वाले केंद्रीय बजट बनकर तैयार है. प्रूफ की गलतियां तक सुधारी जा चुकी हैं. हलवा सेरेमनी की शुरुआत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ की.
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The Halwa Ceremony is a tradition flagging off the printing of the budgetary documents to start the budget on a 'sweet' note.
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इस आयोजन में वित्त मंत्रालय में बजट बनाने में जुटे कर्मचारी और अधिकारी बजट पेश करने से पहले एक-दूसरे का मुंह मीठा कराते हैं. जब सरकार बजट पर काम शुरू करती है तो इससे जुड़े 100 कर्मचारियों और अधिकारियों का संपर्क दुनिया से कट जाता है. सारे कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक में ही रहते हैं. उन्हें किसी बाहरी आदमी से बात करने की इजाजत नहीं होती. सारे कर्मचारी विश्वसनीय मोबाइल फोन के माध्यम से निगरानी के बीच अपने घर के सदस्यों से बात करते हैं.
बजट से 7 दिन पहले होती है हलवा सेरेमनी
हलवा सेरेमनी अमूमन केंद्रीय बजट पेश होने के 7 दिन पहले होती है. इस दौरान बजट से जुड़े कर्मचारी वित्त मंत्री के साथ हलवा खाते हैं, जो पारंपरिक तौर पर बड़ी कड़ाही में बनाया जाता है. इसके बाद बजट के दस्तावेजों की छपाई शुरू हो जाती है. हालांकि इसके बाद भी कर्मचारियों और अधिकारियों को घर जाने की अनुमति नहीं होती है. इसके लिए उन्हें संसद में बजट पेश होने का इंतजार करना होता है.
5 जुलाई को केंद्रीय वित्तमंत्री पेश करेंगी बजट
वित्त मंत्रालय अपने मातहतों को इस कठिन प्रक्रिया से इसलिए गुजारता है ताकि संसद में पेश होने से पहले बजट लीक न हो. बजट के लीक होने पर सरकारों को इस्तीफा देना पड़ सकता है. बता दें कि 5 जुलाई को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार 2.0 का पहला बजट पेश करेंगी. संसद का बजट सत्र 17 जून को शुरू हो चुका है, जो 25 जुलाई तक चलेगा.