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लखनऊ:  एक्शन में स्वास्थ्य विभाग, लापरवाह 36 डॉक्टर्स बर्खास्त

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Published : Sep 5, 2019, 11:47 AM IST

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बस्ती मंडल के डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं आते हैं. ऐसे 36 डॉक्टरों को प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने तत्काल नोटिस जारी कर डॉक्टरों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं.

बस्ती मंडल के डॉक्टर बर्खास्त.

लखनऊ: सिर्फ वेतन के लिए नौकरी कर रहे और ड्यूटी से गायब रहना बस्ती मंडल के 36 डॉक्टरों पर भारी पड़ गया. प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने प्रांतीय सेवा संवर्ग के 36 डॉक्टरों को बर्खास्त करने के निर्देश दे दिए. ठीक तरह से काम न करने वाली 70 आशा बहुओं को भी सेवा से अभी तक न हटाने पर सीएमओ से जवाब किया है.

बस्ती मंडल के डॉक्टर बर्खास्त.

प्रमुख सचिव कि प्रगति मंडलीय समीक्षा-

प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी ने संचारी रोग नियंत्रण माह की प्रगति मंडलीय समीक्षा की. जैसे ही समीक्षा शुरू हुई उन्होंने बस्ती और सिद्धार्थ नगर के सीएमओ से अस्पतालों में चिकित्सकों की प्रेजेंटेशन के बारे में पूछा. सीएमओ ने जवाब दिया कि बस्ती में 15 और सिद्धार्थ नगर में 21 डॉक्टर ऐसे हैं जो काफी समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं. फिर क्या था प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने तत्काल नोटिस जारी कर ऐसे डॉक्टरों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए.

बर्खास्त किए गए डॉक्टर-

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने बर्खास्त किए गए डॉक्टरों के स्थान पर नए डॉक्टरों के तैनाती करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने लापरवाही और अनुशासनहीनता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किए जाने की चेतावनी भी दी. ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ अब तक कार्रवाई न करने के लिए उन्होंने सीएमओ की फटकार भी लगाई. इसके साथ ही उन्होंने सरकारी सेवा में आने वाले डॉक्टरों को राज्य सरकार प्रशासकीय व वित्तीय कार्यों के साथ अब योग का प्रशिक्षण भी दे रही है. लोक सेवा आयोग से चयनित होकर आए डॉक्टरों को तैनाती देने से पहले स्वास्थ्य विभाग योगाभ्यास करा रहा है. जिससे वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें और पॉजिटिव एनर्जी के साथ मरीजों का इलाज करें.


इसे भी पढ़ें-लखनऊ: स्कूली छात्राएं मोहर्रम पर दे रहीं हिन्दू-मुस्लिम एकता का पैगाम

लखनऊ: सिर्फ वेतन के लिए नौकरी कर रहे और ड्यूटी से गायब रहना बस्ती मंडल के 36 डॉक्टरों पर भारी पड़ गया. प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने प्रांतीय सेवा संवर्ग के 36 डॉक्टरों को बर्खास्त करने के निर्देश दे दिए. ठीक तरह से काम न करने वाली 70 आशा बहुओं को भी सेवा से अभी तक न हटाने पर सीएमओ से जवाब किया है.

बस्ती मंडल के डॉक्टर बर्खास्त.

प्रमुख सचिव कि प्रगति मंडलीय समीक्षा-

प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी ने संचारी रोग नियंत्रण माह की प्रगति मंडलीय समीक्षा की. जैसे ही समीक्षा शुरू हुई उन्होंने बस्ती और सिद्धार्थ नगर के सीएमओ से अस्पतालों में चिकित्सकों की प्रेजेंटेशन के बारे में पूछा. सीएमओ ने जवाब दिया कि बस्ती में 15 और सिद्धार्थ नगर में 21 डॉक्टर ऐसे हैं जो काफी समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं. फिर क्या था प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने तत्काल नोटिस जारी कर ऐसे डॉक्टरों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए.

बर्खास्त किए गए डॉक्टर-

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने बर्खास्त किए गए डॉक्टरों के स्थान पर नए डॉक्टरों के तैनाती करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने लापरवाही और अनुशासनहीनता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किए जाने की चेतावनी भी दी. ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ अब तक कार्रवाई न करने के लिए उन्होंने सीएमओ की फटकार भी लगाई. इसके साथ ही उन्होंने सरकारी सेवा में आने वाले डॉक्टरों को राज्य सरकार प्रशासकीय व वित्तीय कार्यों के साथ अब योग का प्रशिक्षण भी दे रही है. लोक सेवा आयोग से चयनित होकर आए डॉक्टरों को तैनाती देने से पहले स्वास्थ्य विभाग योगाभ्यास करा रहा है. जिससे वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें और पॉजिटिव एनर्जी के साथ मरीजों का इलाज करें.


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Intro:बर्खास्त होंगे 36 डॉक्टर, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य का एक्शन

लखनऊ। सिर्फ वेतन के लिए नौकरी कर रहे और ड्यूटी से गायब रहना बस्ती मंडल के 36 डॉक्टरों पर भारी पड़ गया। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने प्रांतीय सेवा संवर्ग के इन 36 डॉक्टरों को बर्खास्त करने के निर्देश दे दिए। इतना ही नहीं ठीक तरह से काम न करने वाली 70 आशा बहुओं को भी सेवा से अभी तक न हटाने पर सीएमओ से जवाब तलब किया है। प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी ने संचारी रोग नियंत्रण माह की प्रगति मंडलीय समीक्षा की। जैसे ही समीक्षा शुरू हुई उन्होंने बस्ती और सिद्धार्थ नगर के सीएमओ से अस्पतालों में चिकित्सकों की प्रेजेंटेशन के बारे में पूछा। सीएमओ ने जवाब दिया कि बस्ती में 15 और सिद्धार्थ नगर में 21डॉक्टर ऐसे हैं जो काफी समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। फिर क्या था प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने तत्काल नोटिस जारी कर ऐसे डॉक्टरों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए।


Body:प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने बर्खास्त किए गए डॉक्टरों के स्थान पर नए डॉक्टरों के तैनाती करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लापरवाही और अनुशासनहीनता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किए जाने की चेतावनी भी दी। ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ अब तक कार्रवाई न करने के लिए उन्होंने सीएमओ की फटकार भी लगाई। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी सेवा में आने वाले डॉक्टरों को राज्य सरकार प्रशासकीय व वित्तीय कार्यों के साथ अब योग का प्रशिक्षण भी दे रही है इस बात की जानकारी दी। कहा कि लोक सेवा आयोग से चयनित होकर आए डॉक्टरों को तैनाती देने से पहले स्वास्थ्य विभाग योगाभ्यास करा रहा है जिससे वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें और पॉजिटिव एनर्जी के साथ मरीजों का इलाज करें।


Conclusion:प्रमुख सचिव ने अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम संचालकों झोलाछाप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के भी निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा ने बताया कि राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल प्राइजेज प्राधिकरण ने घुटना इंप्लांट के दाम हर साल 10 फीसद तक बढ़ाने का फैसला इस साल भी बरकरार रखा है। किसी भी अस्पताल में घुटना प्रत्यारोपण के नाम पर ज्यादा कीमत ली तो कड़ी कार्रवाई की बात भी उन्होंने कही है।

अखिल पांडेय, लखनऊ, 9336864096
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