लखनऊ : बेमौसम बारिश का असर आम आदमी की जेब पर पड़ सकता है. गेहूं, चना, सरसों के साथ मौसमी सब्जियां महंगी हो सकती हैं. अगर उत्पादन कम हुआ तो इसका सीधा असर दामों पर पड़ेगा. सब्जियों के दाम बढ़े तो इसका असर आम आदमी की जेब पर तो पड़ेगा, साथ ही रिटेल महंगाई में भी बढ़ोतरी हो सकती है. व्यापारियों औऱ मंडी आढ़तियों की मानें तो बेमौशम बारिश व ओले गिरने से खेतों में तैयार हो रही है मौसमी सब्जियों को नुकसान पहुंचा है, जिसका सीधा असर कुछ ही दिनों में देखने को मिल सकता है. जानते हैं मंडी में 23 मार्च गुरुवार को क्या रहे सब्जियों के दाम.
कई दिन से मौसम की करवट लेने का सिलसिला जारी है. पश्चिमी यूपी में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई. वहीं मंगलवार दोपहर बाद लखनऊ में कई जगहों पर ओले भी गिरे. इसका सीधा नुकसान किसान को हो रहा है. बारिश और हवा से खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों की फसल को नुकसान हुआ है. खेतों में आलू की खुदाई भी रुक गई है, जिससे आलू सड़ने की सम्भावनाएं बढ़ गई हैं. किसान लाल बहादुर, जगदंबा प्रसाद व मुन्ना ने कहा कि सब्जियों पर इस बारिश का प्रतिकूल असर पड़ता दिख रहा है. खेत में पानी के कारण या ज्यादा वक्त गीला रहने के कारण खीरा, ककड़ी, तोरी, लौकी आदि सब्जी के खराब होने का खतरा है.
मंडी के जानकार व थोक मंडी के व्यापारी लाला यादव बताते हैं कि बारिश से सीजनल सब्जियों को भारी नुकसान होगा. खीरा, ककड़ी, लौकी, कद्दू सहित अन्य हरी सब्जियां भारी मात्रा में खेतों में ही सड़ जाएंगी, जिससे आने वाले दिनों में इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा.
मंडी में सब्जियों के भाव
हरी मिर्च -30 रुपये किलो
अदरक-35 रुपये किलो
फूल गोभी- 10 रुपये/प्रति पीस
टमाटर 12 रुपये किलो
हरा मटर-18 रुपये किलो
पालक-17 रुपये किलो
गाजर-12 रुपये किलो
पुराना आलू -6 रुपये किलो
नया आलू - 5 रुपये किलो
लहसुन- 100 रुपये किलो
प्याज 14 रुपये किलो
नींबू -120 रुपये किलो
भिंडी-50 रुपये किलो
तोरई-45 रुपये किलो
कद्दू-12 रुपये किलो
लौकी- 20 रुपये किलो
सेम-30 रुपये किलो
परवल-80 रुपये किलो
करेला-40 रुपये किलो
धनिया-30 रुपये किलो
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