लखनऊ : प्रदेश में हरी साब्जियों के दाम इन दिनों आम आदमी को बड़ी राहत दे रहे हैं. हालांकि फुटकर विक्रेताओं पर किसी भी तरह का नियंत्रण न होने से तमाम सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं. थोक मंडी से सब्जियों के मूल्य की तुलना की जाए तो फुटकर में सब्जियों के दाम दोगुने से भी ज्यादा हैं. गर्मियों में महंगी सब्जियों से किचन का बजट बिगड़ रहा है.
थोक मंडी में पिछले एक महीने से टमाटर सस्ता बिक रहा है. थोक मंडी में इसके दाम जहां 12 से 14 रुपये हैं. वहीं फुटकर विक्रेता 20 से 25 रुपये किलो बेच रहे हैं. थोक में आलू का दाम 7 से 8 रुपये किलो है, लेकिन फुटकर बाजार में अभी कोई असर नहीं पड़ा है. बाजार में आलू 12 से 15 रुपये किलो के दाम पर बिक रहा है. दुबग्गा सब्जी मंडी सब्जी मंडी व्यापारी व मंडी अध्यक्ष शहनवाज हुसैन ने बताया कि रेट भले ही कम हों, लेकिन अधिकतर फुटकर विक्रेता अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में ऐसा कर रहे हैं. फुटकर में सब्जी का मनमाना दाम लिए जाने के मामले में मंडी परिषद ने भी अपने हाथ खड़े कर लिए हैं.
सब्जियों का थोक भाव फुटकर रेट
परवल 20 से 30 50 से 60
भिंडी 40 से 50 80 से 90
लौकी 10 से 12 18 से 20
टमाटर 12 से 14 16 से 22
प्याज 12 से 14 18 से 25
फूल गोभी 8 से 10 10 से 15
आलू 7 से 8 12 से 15
शिमला मिर्च 18 से 22 25 से 30
धनिया 80 से 90 160 से 180
खीरा 5 से 6 15 से 18
लहसुन 90 से 100 150 से 170
नीबू 100 से 120 160 से 180
सेम 20 से 30 40 से 50
मटर 50 से 60 70 से 80
पालक 10 से 12 15 से 20
करेला 35 से 35 50 से 60 सभी सब्जियों के भाव रुपये प्रतिकिलोग्राम हैं.
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