लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मामले में फैसला सुनाए जाने के बाद साधु-संतों के साथ ही देश भर की जनता ने स्वागत किया है. वहीं केंद्र सरकार को 3 महीने के अंदर ट्रस्ट बनाकर मंदिर निर्माण को लेकर दिए गए आदेश के बाद अब निर्मोही अखाड़ा के तमाम साधु-संत दावा करते नजर आ रहे हैं कि उन्हें ट्रस्ट में जगह दी जाए. इसको लेकर महंतों के द्वारा लखनऊ में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया.
राम मंदिर निर्माण को लेकर बनाए जा रहे ट्रस्ट में अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा की भागीदारी को लेकर अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने दावा करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए जो भी ट्रस्ट बने, उसमें निर्मोही अनी अखाड़े का पदेन महंत रखा जाए.
राम मंदिर निर्माण के ट्रस्ट में निर्मोही अनी अखाड़े की भागीदारी को लेकर अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि कोर्ट ने जो फैसला दिया है, उसमें अखाड़े के लिए जो जगह दी गई है, उससे सभी प्रसन्न हैं.
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, मुख्य सचिव सभी को हमने पत्र लिखा है कि निर्मोही अनी अखाड़ा के पदेन अधिकारी महंत सचिव को ट्रस्ट में लिया जाए. राष्ट्रीय स्तर पर 2 पद हैं, इसीलिए हमने ये प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है. निर्मोही अखाड़ा मतलब पंचायती व्यवस्था है इसीलिए ट्रस्ट में पदेन महंत रखा जाए.