लखनऊ : उत्तर प्रदेश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी (First Ayush University of UP) के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. इसका शिलान्यास जुलाई में होगा और अगस्त में विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य शुरू होगा. इस विश्वविद्यालय के निर्माण के बाद आयुष पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले छात्रों को एक ही यूनिवर्सिटी की डिग्री मिल सकेगी.
उत्तर प्रदेश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी का निर्माण गोरखपुर में होगा. इस यूनिवर्सिटी का नाम महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय (Mahayogi Guru Gorakshanath State Ayush University) होगा. गोरखपुर के भटहट ब्लॉक में 52 एकड़ पर जमीन पर यूनिवर्सिटी का निर्माण होगा. जिस पर करीब 815 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. यूनिवर्सिटी के निर्माण को लेकर बजट जारी किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने 4 जुलाई को आयुष यूनिवर्सिटी के निर्माण को लेकर समीक्षा बैठक की थी. जिसमें उन्होंने जुलाई में विश्वविद्यालय के शिलान्यास की तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंंद इस आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे. जिसके बाद अगस्त से विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएा.
98 आयुष कॉलेज होंगे सम्बद्ध, एक होगा एकेडमिक कलेंडर
राज्य में 98 आयुष कॉलेज हैं. अभी ये सभी अलग-अलग विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध हैं. ऐसे में इन कॉलेजों की परीक्षा अलग-अलग समय पर होती है और परीक्षा परिणाम भी अलग-अलग जारी होते हैं. लेकिन, अब सभी आयुष कॉलेज एक ही यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध होंगे और अब एक ही समान परीक्षा कार्यक्रम होगा. साथ ही सभी छात्रों को एक ही यूनिवर्सिटी की डिग्री भी मिलेगी.
विश्वविद्यालय में रिसर्च सेंटर भी खुलेगा
आयुष यूनिवर्सिटी के कार्य सिर्फ प्रशासनिक व कॉलेज की संबद्धता तक सीमित नहीं होंगे. इसमें आयुष इंस्टिट्यूट व रिसर्च सेंटर भी होगा. आयुष इंस्टिट्यूट में आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथ, सिद्ध योग के पाठ्यक्रम संचालित होंगे. रिसर्च सेंटर में शोध कार्य होंगे. यह आयुष पद्धति को वैज्ञानिक पटल पर खरा बनाने में मददगार होंगे. यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया गया है.
अगस्त में शुरू होगा यूपी के पहले आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण, जुलाई में राष्ट्रपति करेंगे शिलान्यास - आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास
गोरखपुर में बनने वाली यूपी की पहली आयुष यूनिवर्सिटी (First Ayush University of UP) महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय (Mahayogi Guru Gorakshanath State Ayush University) का निर्माण कार्य अगस्त महीने से शुरू हो जाएगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी (First Ayush University of UP) के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. इसका शिलान्यास जुलाई में होगा और अगस्त में विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य शुरू होगा. इस विश्वविद्यालय के निर्माण के बाद आयुष पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले छात्रों को एक ही यूनिवर्सिटी की डिग्री मिल सकेगी.
उत्तर प्रदेश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी का निर्माण गोरखपुर में होगा. इस यूनिवर्सिटी का नाम महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय (Mahayogi Guru Gorakshanath State Ayush University) होगा. गोरखपुर के भटहट ब्लॉक में 52 एकड़ पर जमीन पर यूनिवर्सिटी का निर्माण होगा. जिस पर करीब 815 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. यूनिवर्सिटी के निर्माण को लेकर बजट जारी किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने 4 जुलाई को आयुष यूनिवर्सिटी के निर्माण को लेकर समीक्षा बैठक की थी. जिसमें उन्होंने जुलाई में विश्वविद्यालय के शिलान्यास की तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंंद इस आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे. जिसके बाद अगस्त से विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएा.
98 आयुष कॉलेज होंगे सम्बद्ध, एक होगा एकेडमिक कलेंडर
राज्य में 98 आयुष कॉलेज हैं. अभी ये सभी अलग-अलग विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध हैं. ऐसे में इन कॉलेजों की परीक्षा अलग-अलग समय पर होती है और परीक्षा परिणाम भी अलग-अलग जारी होते हैं. लेकिन, अब सभी आयुष कॉलेज एक ही यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध होंगे और अब एक ही समान परीक्षा कार्यक्रम होगा. साथ ही सभी छात्रों को एक ही यूनिवर्सिटी की डिग्री भी मिलेगी.
विश्वविद्यालय में रिसर्च सेंटर भी खुलेगा
आयुष यूनिवर्सिटी के कार्य सिर्फ प्रशासनिक व कॉलेज की संबद्धता तक सीमित नहीं होंगे. इसमें आयुष इंस्टिट्यूट व रिसर्च सेंटर भी होगा. आयुष इंस्टिट्यूट में आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथ, सिद्ध योग के पाठ्यक्रम संचालित होंगे. रिसर्च सेंटर में शोध कार्य होंगे. यह आयुष पद्धति को वैज्ञानिक पटल पर खरा बनाने में मददगार होंगे. यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया गया है.