लखनऊ: प्रदेश में कोरोना टीकाकरण के मद्देनजर प्रथम चरण की व्यवस्था के पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने तीन चरणों में टीकाकरण करने की योजना बनाई है. शुरुआत में प्रदेश में तीन चरणों में कोविड का टीकाकरण किया जाएगा. पहले चरण में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ का टीकाकरण अस्पतालों में किया जाएगा. दूसरे चरण में नगर निगम, फौज, पुलिसकर्मियों के बाद तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को टीकाकरण किया जाएगा.
पहले चरण में प्रदेश स्तर पर टीकाकरण की व्यवस्थाओं के तहत एक ओर जहां 15 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के रख-रखाव, डीप फ्रीजर, कोल्ड बॉक्स और वैक्सीन कैरियर का इंतजाम किया जा चुका है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश स्तर पर ट्रेनर्स को टीकाकरण की पहली ट्रेनिंग भी दी गई है. पहले चरण में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को अस्पतालों में ही टीका लगाए जाने के इंतजाम किए गए हैं. इसके तहत सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ का ब्यौरा एकत्र कर लिया गया है. स्वास्थ्य महानिदेशक डीएस नेगी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगने के बाद ही उनमें से लोगों को टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित किया जाएगा.
प्रदेश में 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम
प्रदेश में एक लाख 23 हजार लीटर वैक्सीन रखने की व्यवस्था कर ली गई है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) यूपी के जीएम (टीकाकरण) डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि प्रत्येक जिले में कोल्ड चेन प्वांइट तैयार किए गए हैं. अभी तक सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में पांच लाख स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है. 22 जिलों में वैक्सीन रखने के लिए कमरें बनाए जा रहे हैं. प्रदेश में हम लोग 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम कर रहे हैं.
जिला स्तर पर टीकाकरण ट्रेनिंग की होगी शुरुआत
अब तक प्रदेश स्तर पर ट्रेनर्स को टीकाकरण की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. अब प्रथम चरण में कोविड टीकाकरण करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग जिला स्तर पर दी जाएगी. प्रदेश के विभिन्न जिलों में ट्रेनर जिला स्तर पर टीकाकरण करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग देंगे. इसके तहत उनको टीका लगाने समेत कोरोना टीकाकरण से जुड़ी सभी जानकारियां भी दी जाएंगी.