लखनऊ : नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New National Education Policy) में स्टूडेंट के सार्वभौमिक विकास को लेकर की गई पहल के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) परास्नातक स्तर के चुनिन्दा प्रोफेशनल कोर्सों की पढ़ाई सप्ताह में पांच दिन कराने की तैयारी कर रहा है. सप्ताह के आखिरी दिन एकेडमिक आधारित एक्टिविटी जैसे रिसर्च, लैब, आउटडोर एक्टिविटी जैसे कार्यक्रम शामिल किए जाएंगे, जिससे स्टूडेंट को किताबी ज्ञान के साथ-साथ बाहरी ज्ञान भी मिल सके. फिलहाल, विवि की तरफ से अभी इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एमबीए विभाग संचालित करने की दिशा में तैयारी की जा रही है.
हालांकि इसका संचालन विवि की तरफ से आधिकारिक घोषणा के बाद ही किया जाएगा. इस बारे में विवि का मानना है कि यूनिवर्सिटी का उद्देश्य सिर्फ पढ़ाई ही नहीं अपितु रिसर्च से लेकर जनसरोकार से जुड़ी समस्याओं और योजनाओं से छात्रों को रूबरू कराना भी होता है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल स्वयं सार्वजनिक तौर पर यूनिवर्सिटी को इस दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित करती रहती हैं. ऐसे में यूनिवर्सिटी की तरफ से इस दिशा में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहल करने की कोशिश की जा रही है. यदि विवि के अनुरूप यह प्रयोग सफल रहा तो इसे अन्य कोर्सों के लिए भी लागू किया जा सकता है.
कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Rai) ने बताया कि विश्वविद्यालय लेवल परास्नातक विषयों की पढ़ाई की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की तैयारी कर रहा है. इसी कड़ी में परास्नातक के उन विषयों में बीएचयू, पुणे विश्वविद्यालय के तर्ज पर 'फाइव डे वीक' का फार्मूला लागू करने की तैयारी चल रही है, जिसमें 5 दिन पढ़ाई व एक दिन दूसरे कार्यों के लिए रखा जाएगा, ताकि इन विभागों से बेहतर रिजल्ट प्राप्त हो सके.
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