लखनऊः एक तरफ कोरोनावायरस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ मौसम के भी मिजाज गरम हैं. ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य पर दोहरी मार पड़ रही है. तापमान में बढोत्तरी होने के कारण जब सामान्य लोगों की तबीयत बिगड़ रही है तो जाहिर सी बात है इस समय गर्भवती महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना चाहिए. शुरुआती गर्मी के मौसम में गर्भवती महिलाओं में ग्लूकोज की कमी होना आम बात है. इसके लिए जरूरी है कि शुरुआत से ही गर्भवती महिलाएं अपनी सेहत का ख्याल रखें और शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न होने दें.
बिना चीनी मिले हुए जूस पी सकती हैं गर्भवती महिलाएं
क्वीन मेरी अस्पताल की वरिष्ठ चिकित्सक रेखा सचान का दावा है कि, गर्मी में पानी पीना और हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है. गर्मी के दिनों में सूर्य की तेज किरणें शरीर से सीधे पानी और एनर्जी को खींच लेती हैं. इससे चक्कर आना और उल्टी की समस्या होने लगती है. इससे बचने के लिए गर्मी में गर्भवती महिलाएं दिन भर में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पिएं. डॉक्टर बताती हैं कि गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या सामान्य तौर पर हो जाती है. ऐसे में अगर आप गर्भवती हैं तो आपको ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है. भरपूर मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थ पीने से न केवल आपको गर्मी कम लगेगी बल्कि आपके शरीर की सूजन भी कम होगी. इससे आप आराम महसूस कर सकेंगे. गर्भवती महिलाएं पानी के अलावा बिना चीनी मिले हुए जूस भी पी सकती हैं.
इस तरह रखें गर्भवती महिलाएं अपना ख्याल
हेल्दी रखें खानपान
गर्मी के दिनों में हर किसी का मन करता है कि वह ज्यादा से ज्यादा ठंडी चीजों सेवन करें, लेकिन सभी ठंडी चीजें कैलोरी और ग्लूकोज से भरपूर नहीं होती. गर्मी के दिनों में गर्भवती महिलाओं को केला, खीरा, ककड़ी और चुकंदर का सेवन जरूर करना चाहिए. क्योंकि, इन्हीं सब चीजों से एनर्जी मिलती हैं.
ज्यादा से ज्यादा पिएं पानी
गर्भवती महिलाओं में देखा गया है कि, गर्मियों के समय में उनका बीपी लो हो जाता है. इसके कारण उनको चक्कर या मुंह सूखने जैसी दिक्कत होने लगती है. मन भी खराब हो जाता है. इसके लिए एक गिलास पानी में आधा नींबू और एक चम्मच नमक खोलकर पिएं. इससे मन साफ होगा. साथ ही बीपी भी नॉर्मल रहेगा. ग्लूकोज की कमी भी नहीं होगी. दिन में तीन से चार बार नींबू नमक का घोल जरूर पिएं. इससे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा कम नहीं होगी.
घर को रखें ठंडा
गर्मियों में गर्भवती महिलाओं को ज्यादा दिक्कत होती है और गर्मी भी दोगुनी लगती है. इसके लिए जिनके घर में एसी है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन, जिनके घरों में एसी नहीं है, वे महिलाएं अपने घरों के खिड़की और दरवाजों पर लंबे परदे लगाएं. इससे बाहर की हवा घर के अंदर नहीं आ सकेगी. साथ ही धुले हुए कपड़े धूप में न फैलाकर घर पर ही अंदर सुखाएं. इससे पंखा चलने पर उसकी हवा कपड़ों के जरिए भी आएगी. इससे घर के अंदर का इन्वारमेंट ठंडा बना रहेगा.
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पहने हल्के कपड़े
गर्मी के मौसम में जितना आम लोगों को गर्मी लगती है, उसकी तीन गुना गर्मी गर्भवती महिलाओं को लगती है. इसलिए जरूरी है कि गर्भवती महिलाएं खानपान के साथ-साथ गर्मी से बचने के लिए हल्के कपड़े पहनें. इससे उन्हें ज्यादा गर्मी नहीं लगेगी. साथ ही कपड़ों से चिड़चिड़ाहट भी नहीं होगी. गर्मियों के दिनों में ज्यादातर सफेद कपड़े पहनने चाहिए. गर्भवती महिलाओं में चिड़चिड़ापन बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए.