लखनऊ: यूपी के कई जिलों में लगातार प्रदूषण फैला हुआ है. मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों की आबोहवा में फिर से जहर घुलने लगा है. राजधानी के कई इलाकों की हवा बहुत ही खतरनाक हो गई है. बीते दिनों बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. इन शहरों का एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया था. वहीं मंगलवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 324, गाजियाबाद 338, ग्रेटर नोएडा 331, कानपुर 206, लखनऊ 297, मेरठ 229, मुजफ्फरपुर 317, नोएडा 292 दर्ज किया गया.
राजधानी के सबसे प्रदूषित इलाकों में एक्यूआई
तालकटोरा 363
लाल बाग 304
हवा में फिर घुला जहर
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय प्रदेश के कई जिलों में हवा खराब है. वह बताते हैं कि लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन का हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है, हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.
यूपी के कई जिलों की आबोहवा फिर हुई जहरीली - यूपी में हवा जहरीली
यूपी के कई शहरों की हवा इन दिनों प्रदूषित हुई है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है. लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था.
लखनऊ: यूपी के कई जिलों में लगातार प्रदूषण फैला हुआ है. मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों की आबोहवा में फिर से जहर घुलने लगा है. राजधानी के कई इलाकों की हवा बहुत ही खतरनाक हो गई है. बीते दिनों बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. इन शहरों का एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया था. वहीं मंगलवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 324, गाजियाबाद 338, ग्रेटर नोएडा 331, कानपुर 206, लखनऊ 297, मेरठ 229, मुजफ्फरपुर 317, नोएडा 292 दर्ज किया गया.
राजधानी के सबसे प्रदूषित इलाकों में एक्यूआई
तालकटोरा 363
लाल बाग 304
हवा में फिर घुला जहर
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय प्रदेश के कई जिलों में हवा खराब है. वह बताते हैं कि लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन का हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है, हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.