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लखनऊ की आबोहवा में घुट रहा दम, एक्यूआई पहुंचा 422 के खतरनाक स्तर पर

राजधानी लखनऊ की आबोहवा में अब लोगों का दम घुट रहा है. दिवाली के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. वहीं शनिवार देर रात एक्यूआई 422 रिकॉर्ड किया गया.

लखनऊ में एक्यूआई पहुंचा 422 के खतरनाक स्तर पर.
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Published : Nov 3, 2019, 2:30 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकार और तमाम सरकारी महकमों के कोशिशों के बावजूद वायु प्रदूषण कम नहीं हो रहा है. दिवाली के बाद से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स के रिकॉर्ड के अनुसार वायु प्रदूषण तेजी से प्रतिदिन बढ़ रहा है. शनिवार को देर रात रिकॉर्ड किया गया एक्यूआई अब खतरनाक स्तर 422 पर पहुंच चुका है. वहीं राज्य सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि वायु प्रदूषण सुधारने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं.

जानकारी देते संवाददाता.


लखनऊ की हवा दमघोंटू हो रही है. लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, जिसको नियंत्रित करने में सारे सरकारी दावे फेल साबित हो रहे हैं. बीती रात जब वायु प्रदूषण दर्ज किया गया तो लखनऊ में बढ़ोतरी हुई और अब एक्यूआई 422 पहुंच चुका है. इससे पहले एक्यूआई 382 दर्ज किया गया था.

सरकार की तरफ से यह दावा किया गया कि अब वायु प्रदूषण में सुधार किया जाएगा. तमाम सारे स्थानों पर निगरानी की जा रही है. दावों के उलट लखनऊ में ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा, इसके पीछे की सच्चाई लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े खुद बयां कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- लखनऊ: सामने आई नगर निगम की बड़ी लापरवाही, आदेशों की अवहेलना कर दिन-रात जला रहा कूड़ा

वहीं दावा किया जा रहा है कि तमाम औद्योगिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया जा रहा है. पेड़-पौधों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है. निर्माणाधीन कामकाज जहां हो रहे हैं, वहां बंद कराकर ग्रीन पर्दे डाले जा रहे हैं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकार और तमाम सरकारी महकमों के कोशिशों के बावजूद वायु प्रदूषण कम नहीं हो रहा है. दिवाली के बाद से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स के रिकॉर्ड के अनुसार वायु प्रदूषण तेजी से प्रतिदिन बढ़ रहा है. शनिवार को देर रात रिकॉर्ड किया गया एक्यूआई अब खतरनाक स्तर 422 पर पहुंच चुका है. वहीं राज्य सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि वायु प्रदूषण सुधारने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं.

जानकारी देते संवाददाता.


लखनऊ की हवा दमघोंटू हो रही है. लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, जिसको नियंत्रित करने में सारे सरकारी दावे फेल साबित हो रहे हैं. बीती रात जब वायु प्रदूषण दर्ज किया गया तो लखनऊ में बढ़ोतरी हुई और अब एक्यूआई 422 पहुंच चुका है. इससे पहले एक्यूआई 382 दर्ज किया गया था.

सरकार की तरफ से यह दावा किया गया कि अब वायु प्रदूषण में सुधार किया जाएगा. तमाम सारे स्थानों पर निगरानी की जा रही है. दावों के उलट लखनऊ में ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा, इसके पीछे की सच्चाई लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े खुद बयां कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- लखनऊ: सामने आई नगर निगम की बड़ी लापरवाही, आदेशों की अवहेलना कर दिन-रात जला रहा कूड़ा

वहीं दावा किया जा रहा है कि तमाम औद्योगिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया जा रहा है. पेड़-पौधों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है. निर्माणाधीन कामकाज जहां हो रहे हैं, वहां बंद कराकर ग्रीन पर्दे डाले जा रहे हैं.

Intro:एंकर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकार और तमाम सरकारी महकमों के कोशिशों के बावजूद वायु प्रदूषण कम नहीं हो रहा दिवाली के बाद से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स के रिकॉर्ड के अनुसार वायु प्रदूषण तेजी से प्रतिदिन बढ़ रहा है शनिवार को देर रात रिकॉर्ड किया गया एक्यू अब खतरनाक इस्तर 422 पर पहुंच चुका है राज्य सरकार की तरफ से तमाम दावे किए जा रहे हैं कि वायु प्रदूषण सुधारने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं तमाम औद्योगिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया जा रहा है पेड़ पौधों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है निर्माणाधीन कामकाज जहां हो रहे हैं वहां पर निगरानी की जा रही है निर्माण कार्य बंद कराए जा रहे हैं ग्रीन पर्दे डाले जा रहे हैं लेकिन वायु प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा।




Body:लखनऊ की हवा दम कोटो हो रही है लोगों को सांस लेने में दिक्कत का भी सामना करना पड़ रहा है लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है जिस को नियंत्रित करने में सारे सरकारी महकमे फेल साबित हो रहे हैं बीती रात जब वायु प्रदूषण दर्ज किया गया तो लखनऊ में यह बढ़ोतरी हुई और अब 422 पहुंच चुका है इससे पहले यह 382 था उससे पहले 352 था।
सरकार की तरफ से यह दावा किया गया कि अब वायु प्रदूषण में सुधार किया जाएगा तमाम सारे स्थानों पर निगरानी की जा रही है लेकिन सिर्फ दिखावा ही साबित हो रहा है लखनऊ में ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा जिससे वायु प्रदूषण कम किया जा सके इसके पीछे की सच्चाई लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े खुद-ब-खुद सारी सच्चाई को बयां कर रहे हैं।



Conclusion:अब देखना यह होगा कि उत्तर प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व अन्य जितने भी सरकारी महकमे हैं जिनके ऊपर वायु प्रदूषण कम करने की जिम्मेदारी है वह किस प्रकार से एक्शन प्लान तैयार करते हैं और वायु प्रदूषण को सामान्य स्तर पर ला पाते हैं जिससे लोगों को सांस लेने में काफी सहूलियत भी हो सकेगी।
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