लखनऊ: यूपी के कई जिलों में प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. बीते दिनों इससे कुछ राहत मिली थी, लेकिन बुधवार को कई जिलों की आबोहवा फिर जहरीली हो गई. बीते दिनों बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. इन शहरों का एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया था. वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 351, गाजियाबाद 392, ग्रेटर नोएडा 406, कानपुर 358, लखनऊ 304, मेरठ 310, मुजफ्फरपुर 249 और नोएडा एक्यूआई 350 दर्ज किया गया.
इन इलाकों का इतना रहा एक्यूआई
तालकटोरा - 357
लाल बाग- 325
सेंट्रल स्कूल- 285
गोमती नगर- 241
नेहरू नगर कानपुर- 398
ग्रेटर नोएडा (नॉलेज पार्क)- 394
गाजियाबाद वसुंधरा-395
गाजियाबाद लोनी- 392
जहरीली हुई हवा
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी ने बताया कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो उसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है और 101-200 के बीच औसत माना जाता है. वहीं 201-300 के बीच खतरनाक, 301-400 के बीच अधिक खतरनाक और अगर यह 401 से 500 के बीच हो, तो इसे स्थिति गंभीर होने की संभावना रहती है. उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश के कई जिलों की हवा खराब है. लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है. हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.