लखनऊ : प्रदेश के कुछ जिलों में प्रदूषण का स्तर (Air Quality Index) काफी ज्यादा बढ़ा है. जिसमें सबसे पहले गाजियाबाद का नाम दर्ज हुआ है. इसके बाद नोएडा, मेरठ और ग्रेटर नोएडा स्थित है. सर्दियों के मौसम में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ जाता है. आलम यह होता है कि शहर वासियों को नाक-मुंह ढककर बाहर निकलने की स्थिति पैदा हो जाती है. इस समय सुबह-शाम फाग के साथ अत्यधिक धुंध हो रही है. जिसके चलते आम पब्लिक 10 मीटर की दूरी की वस्तु को भी नहीं देख पा रहे हैं.
गुरुवार को सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के शाम आठ बजे की रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद का एक्यूआई 378 और नोएडा का एक्यूआई 358, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 319, मेरठ का एक्यूआई 331, प्रयागराज का एक्यूआई 191, मुरादाबाद का एक्यूआई 218, लखनऊ का एक्यूआई 198, मुजफ्फरनगर का एक्यूआई 191, झांसी का एक्यूआई 198, वृंदावन का एक्यूआई 165, गोरखपुर का एक्यूआई 115, बरेली का एक्यूआई 154, कानपुर का एक्यूआई 145, आगरा का एक्यूआई 170, प्रतापगढ़ का एक्यूआई 180, फिरोजाबाद का एक्यूआई 136 और वाराणसी का एक्यूआई 78 अंक दर्ज हुआ.
क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. उमेश चन्द्र शुक्ला का कहना है कि प्रदेश के कुछ जिलों का एक्यूआई अत्यधिक बढ़ा हुआ है. जिस भी शहर का 200 एक्यूआई के पार है वहां पर्यावरण की खराब स्थिति मानी जाती है. वर्तमान में चार जिले ऐसे हैं जहां का प्रदूषण स्तर 300 के पार हैं. प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए नगर निगम की मदद से एंटी फॉगिंग का छिड़काव कराया जा रहा है. इसके अलावा आम पब्लिक भी जागरूक रहे. अपनी सेहत के प्रति सचेत रहें. सुबह शाम अनावश्यक बाहर न निकलें.
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