लखनऊ : उत्तर प्रदेश में होली और शब-ए-बारात के मौके पर शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है. स्थानीय पुलिस के अलावा पीएसी, केंद्रीय बल और एटीएस भी सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है. एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक, 'इस साल एक लाख से अधिक स्थानों पर होलिका दहन हो रहा है, यही नहीं इस दौरान शब ए बारात का भी आयोजन होना है, ऐसे में छोटी से छोटी सूचनाओं का अधिकारी संज्ञान ले रहे हैं.'
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 'होली एवं शब-ए-बारात को सकुशल संपन्न कराए जाने और प्रदेश की कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 8 कम्पनी केन्द्रीय बल, 228 कम्पनी पीएसी, 3 कम्पनी एसडीआरएफ, क्यूआरटी की 2390 टीम, 20 राजपत्रित अधिकारी, एटीएस की दो टीमों के साथ स्थानीय पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में 5871 संवेदनशील इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए वहां क्यूआरटी और पिकेट लगाई गई है, वहीं 4800 पेट्रोलियम और क्यूआरटी का रूट फिर से निर्धारित किया गया है. प्रशांत कुमार के मुताबिक, पूरे राज्य को इस बार 1160 जोन और 3243 सेक्टर में बांटा गया है. उन्होंने बताया कि सभी अधिकारी छोटी-छोटी सूचना का संज्ञान लेकर और तत्काल मौके पर पुलिस बल भेज रहे हैं.'
प्रशांत कुमार ने कहा है कि 'होलिका कमेटी, आयोजकों, धर्मगुरूओं व पीस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ वरिष्ठ अधिकारी के स्तर पर गोष्ठी की गई है. जिला प्रशासन एवं आबकारी विभाग के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आकस्मिक चेकिंग की गई है. यही नहीं संवेदनशील स्थानों व मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में सृदृढ़ पुलिस प्रबन्ध करते हुए सीसीटीवी कैमरा व मोबाइल पेट्रालिंग और ड्रोन कैमरे के माध्यम से भी निगरानी रखी जा रही है. इसके अलावा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों जैसे ट्वीटर, व्हाटसएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है. भ्रामक व आपत्तिजनक पोस्टों एवं अफवाहों का तत्काल संज्ञान लेते हुए विधिक कार्रवाई भी हो रही है.'