लखनऊ: राजधानी के जानकीपुरम में रहने वाली रेखा मिश्रा का बेटा बीते 18 जनवरी को संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया. इनका बेटा शुभम मिश्रा मानसरोवर रेस्टोरेंट में काम करता था लेकिन एक दिन फोन करने पर पता चला कि वह 9 जनवरी को अपनी दादी की तबीयत खराब होने की बात कहकर रेस्टोरेंट्स से छुट्टी लेकर चला गया. तब इन लोगों ने अपने बेटे से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन तब से लेकर आज तक उसका मोबाइल बंद जा रहा है. कई जगह गुहार लगाने के बाद भी सुनवाई न होने के कारण रेखा मिश्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया, तब जाकर कहीं एफआईआर दर्ज हुई.
गायब युवक की मां का कहना है...
- हम लोगों ने अपने बेटे की तलाश में लखनऊ के आला अधिकारियों तक अपनी गुहार लगाई, लेकिन रेस्टोरेंट के मालिक के दबाव के चलते हम लोगों की सुनवाई कहीं नहीं हो रही है.
- हालांकि एक दिन कानून मंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात करने के बाद हम लोगों में उम्मीद की आस जगी.
- उन्होंने थाने पर फोन कर तत्काल रूप से कार्रवाई करने के निर्देश दिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
इनकी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और हर जगह इनके बेटे की तलाश की जा रही है. लेकिन इनके बेटे ने अपना मोबाइल कानपुर में एक दुकान पर बेच दिया. दो बार इनके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की गई, तो एक बार सीतापुर और दूसरी बार कानपुर पता चला. दोनों जगह दबिश देने के बावजूद उसका अभी तक पता नहीं चला है. हम लोगों का यही प्रयास है कि जल्द से जल्द इनके बेटे को इनके पास पहुंचा दिया जाए.
-मारुति नंदन उपाध्याय, चौकी इंचार्ज, हसनगंज
मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. गायब युवक की तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है, जल्द ही पता लगा लिया जाएगा.
-संतोष कुमार, क्षेत्राधिकारी