लखनऊः प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा का आयोजन शनिवार सुबह 10 जिलों में हुआ. परीक्षा के लिए करीब 6.83 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. पहली पाली में सुबह 10 से 12 बजे तक तथा दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे के बीच परीक्षा हुई. परीक्षा के दौरान सॉल्वर गिरोह पर एसटीएफ भी निगाह रख रही है. लखनऊ, आगरा, प्रयागराज, बरेली, गौतमबुद्ध नगर, गोरखपुर, गाजियाबाद, कानपुर नगर, मेरठ व वाराणसी के कुल 335 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई. रविवार को भी परीक्षा का आयोजन होना है.
पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र आधार कार्ड लाना अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र के साथ अपना आधार कार्ड भी लाना अनिवार्य था. परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों के दोनों हाथों के अंगूठे के बायोमेट्रिक लिए गए. कोरोना से बचाव के मद्देनजर एक कमरे में केवल 24 अभ्यर्थी बैठाए गए. तीनों पदों की लिखित परीक्षा में निगेटिव मार्किंग की जाएगी. हर परीक्षा केंद्र में एक निरीक्षक को बतौर प्रभारी तैनात किया गया है.
परीक्षा देकर निकलते अभ्यर्थी यातायात व्यवस्था का प्रबंध करने के लिए डीजीपी ने दिए आदेशरविवार को भी परीक्षा होनी है. ऐसे में डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के शामिल होने के दृष्टिगत पुलिस अधिकारियों को यातायात व्यवस्था किए जाने के साथ ही रेलवे व परिवहन विभाग से समन्वय कर बेहतर प्रबंध के निर्देश दिए हैं. वहीं उन्होंने परीक्षा के दौरान पुलिस व्यवस्था भी कर रखी है. जिससे कि सॉल्वर गिरोह इस परीक्षा में सेंधमारी न कर पाए.
सॉल्वर गिरोह ने अभ्यर्थियों से लिए थे 70-70 हजार एडवांसजेल वार्डर, फायरमैन, घुड़सवार पुलिस की लिखित परीक्षा 19 को आयोजित हुई है. 20 दिसंबर को भी परीक्षा का आयोजन होना है. शुक्रवार को यूपी एसटीएफ के हत्थे 4 सॉल्वर गैंग चढ़े थे. वहीं 2.70 लाख रुपए भी बरामद किए थे. इसके बाद से एसटीएफ उन सॉल्वर से पूछताछ भी कर रही है. जिसमें मालूम हुआ था कि 70-70 हजार एडवांस के तौर पर अभ्यर्थियों से लिए गए थे और उन्हें परीक्षा में पास कराने की बात कही गई थी.