लखनऊ : राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर इलाके के नटखेड़ा कॉलोनी में निवास कर रहे शिखर गुप्ता गुरुवार को बीमार भाई की दवाई लेने निकले थे. रास्ते मे खड़े पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक लिया. शिखर ने बाहर निकलने का कारण बताया. उसके बावजूद पुलिस कर्मियों ने उनपर लाठियां बरसा दीं. पुलिस कर्मियों की इस पिटाई की शिकायत पीड़ित ने मुख्यमंत्री समेत पुलिस के आलाधिकारी से आईजीआरएस के माध्यम से की थी. एसीपी आशुतोष कुमार की जांच के उपरांत शनिवार को एक दरोगा व एक सिपाही को पुलिस कमिश्नर द्वारा लाइन हाजिर किया गया है.
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पीड़ित ने आईजीआरएस पर की थी शिकायत
जानकारी के मुताबिक, कृष्णा नगर इलाके में भाई की दवाई लेने जा रहे शिखर गुप्ता की पिटाई की गई थी. पुलिस की पिटाई में शिखर गुप्ता को गंभीर चोंट आई थी. इसकी वजह से शिखर को केजीएमयू में भर्ती कराया गया था. हालत में सुधार के बाद पीड़ित ने इस वारदात का वीडियो वायरल करते हुए आईजीआरएस के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी व लखनऊ पुलिस के आलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजा था. इस पर अधिकारी ने संज्ञान लेते हुए इस मामले की जांच एसीपी कृष्णानगर आशुतोष कुमार को सौंपकर और 24 घंटे में रिपोर्ट देने की बात कही थी.
दरोगा व सिपाही हुए लाइन हाजिर
डीसीपी मध्य सोमेन वर्मा की मानें तो कृष्णानगर इलाके के नटखेड़ा कॉलोनी का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले की शिकायत शिखर गुप्ता ने आईजीआरएस के माध्यम से की थी. इसकी जांच एसीपी कृष्णानगर द्वारा की गई है. जांच में दो पुलिसकर्मी दोषी पाए गए हैं. इसे लेकर यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर द्वारा की गई है. उन्होंने बताया है रात्रि में ड्यूटी कर रहे दरोगा शशिकांत सिंह व सिपाही विक्रम नामक युवक को लाइन हाजिर किया गया है. अभी इस मामले पर जांच की जा रही है.