लखनऊ: कोरोना के चलते सेमेस्टर से प्रमोट करने की मांग को लेकर बीटीसी छात्र पिछले 1 सप्ताह से बेसिक शिक्षा विभाग के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने अधिकारियों से इसके लिए वार्ता भी की थी, लेकिन उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया. शासनादेश बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से कहा गया कि तृतीय सेमेस्टर के छात्रों को प्रमोट कर के चतुर्थ सेमेस्टर में भेजा जाएगा, जबकि 2018 बैच के छात्र मांग कर रहे थे कि बैक पेपर दे रहे छात्रों को भी मौका दिया जाए. उनके लिए विभाग की तरफ से कोई सहूलियत नहीं दी जा रही थी. वहीं सोमवार को अपनी मांगों को लेकर सैकड़ों की संख्या में छात्र बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास पर पहुंचकर और धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया.
बीटीसी छात्रों पर पुलिस ने बरसाईं लाठियां
पिछले 1 सप्ताह से बीटीसी 2018 बैच के छात्र बेसिक शिक्षा कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने इसके लिए ज्ञापन भी अधिकारियों को दिया था, लेकिन उस पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई. सैकड़ों की संख्या में जुटे छात्र सोमवार को बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के आवास के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे. इस दौरान उन्हें पुलिस के विरोध का सामना करना पड़ा. पुलिसकर्मियों ने बीटीसी छात्रों पर जमकर लाठियां बरसाई. यहां तक की छात्राओं को भी नहीं बख्शा गया.
क्या है बीटीसी छात्रों की मांगें
2018 बैच के छात्र इन दिनों धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि प्रदेश के 90000 से ज्यादा छात्र सरकार के द्वारा जारी किए गए शासनादेश से प्रभावित हो रहे थे. छात्रों का कहना है कि इससे उनका 1 साल बर्बाद हो जाएगा. उनकी मांग है कि ऐसे छात्र जो किसी भी विषय में अनुत्तीर्ण है, उनको भी सेमेस्टर से प्रमोट कर दिया जाए. जबकि बेसिक शिक्षा विभाग के शासनादेश में ऐसे छात्रों को प्रमोट नहीं किए जाने के निर्देश हैं. इन्हीं मांगों को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे. बता दें कि शासनादेश में तृतीय सेमेस्टर के छात्रों को प्रमोट कर के चतुर्थ सेमेस्टर में भेजने की बात कही गई है.