लखनऊः कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश भर में लॉकडाउन किया है. सभी दुकानें बंद हैं, ऐसे में लोग घर के अंदर रहने को मजबूर हैं. रेस्टोरेंट बंद होने से लोग अपना मनपसंद खाना नहीं खा पा रहे हैं. लोग ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे हैं और जो भी जरूरत महसूस हो रही है, उसे ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनियों से ऑर्डर कर रहे हैं. वहीं ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनियों के कर्मचारियों का आरोप है कि पुलिस उन्हें प्रताड़ित कर रही है और चेकिंग के नाम पर चालान कर रही है.
निशातगंज के गुड बेकरी के सामने काफी संख्या में वर्कर ऑर्डर लेने के लिए 24 घंटे लॉकडाउन में भी मौजूद रहते हैं. यहां पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन साफ तौर पर देखा जा सकता है. बाकायदा नम्बर से ऑर्डर बुक होता है और जिस वर्कर का नाम अनाउंस किया जाता है, वही वर्कर ऑर्डर लेने बेकरी पर पहुंचता है. यहां से ऑर्डर लेने के बाद वर्कर लोगों तक पहुंचाने के लिए निकल पड़ते हैं. कई वर्करों ने बताया कि रात तक लोग सब्जी, दूध, दही, फल और ब्रेड वगैरह का ऑर्डर करते हैं और रात में भी हम उनका ऑर्डर पहुंचाते हैं. हालांकि पुलिस की प्रताड़ना से ये कोरोना वारियर्स काफी परेशान हैं.
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अमित यादव का कहना है कि पुलिस चेकिंग करती है कि कहीं बैड आइटम तो नहीं ले जा रहे हैं और हमारी कायदे से छानबीन होती है. इसके अलावा पुलिस हमारा चालान भी कर रही है. अमित का आरोप है कि उनका चार हजार का चालान हो गया है, जितनी तो हमारी कमाई भी नहीं है. एक अन्य कर्मचारी शाहिद बताते हैं कि 4 घंटे की मेहनत के बाद 121 रुपये कमाए लेकिन उसी दौरान 3800 रुपये का चालान कर दिया गया.