लखनऊः उत्तर प्रदेश पुलिस पर आए दिन वसूली के आरोप लगते हैं. वहीं एक बार फिर लखनऊ पुलिस की जो घटना सामने आई है, वो शर्मसार कर देने वाली है. क्योंकि भले ही पुलिस अधिकारी जनता के बीच धूमिल छवि को दूर करने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं. इसके बावजूद भी उनके मातहत खाकी को शर्मसार करने से बाज नहीं आते हैं. ऐसी ही घटना लखनऊ के कृष्णा नगर थाना क्षेत्र में देखने को मिली है. बताया गया है कि कृष्णा नगर के फीनिक्स चौकी के तहत साप्ताहिक बाजार लगता है. उस बाजार में कुछ दबंग अवैध वसूली किया करते थे. जिससे तंग होकर साप्ताहिक बाजार में दुकान लगा रहे लोगों ने इसकी शिकायत डीसीपी से की थी. जिसमें जांच के बाद दोषी पाए गए दारोगा और पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
अवैध वसूली की नहीं थी जानकारी
मिली जानकारी के मुताबिक कृष्ण नगर के फिनिक्स मॉल के पास मंगलवार को साप्ताहिक बाजार लगता है. जिसमें भारी संख्या में लोग दूर-दूर से दुकान लगाने के लिए आते हैं. इसी बाजार में कुछ लोग खुद को पुलिसकर्मी का करीबी बताकर वसूली किया करते थे. वसूली न देने पर उन दबंग दुकानदारों की पिटाई भी करते थे. लेकिन पुलिस इस बात की जानकारी होने से इनकार कर रही है.
अवैध वसूली का सीधा डीसीपी ने लिया संज्ञान
दुकानदारों ने डीसीपी से इस बाजार में हो रही जबरन अवैध वसूली की शिकायत की थी. इस घटना का संज्ञान लेते हुए सेंट्रल डीसीपी की क्राइम टीम ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी. जिसके बाद डीसीपी के आदेश पर कृष्णा नगर थाने में एक मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया था. जिसमें अवैध वसूली करने वाले 7 दबंग लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में जांच करते हुए उस चौकी पर तैनात दारोगा सौरभ तिवारी को दूर-दूर तक इस बात की भनक नहीं थी. जिसको देखते हुए उनकी भूमिका भी संदिग्ध पाई गई. भूमिका संदिग्ध दिखने पर डीसीपी ने चौकी पर तैनात दारोगा और पांच सिपाहियों को भी लाइन हाजिर कर दिया है.