लखनऊ: विभूतिखंड में हत्यारों के करीब डेढ़ किलोमीटर की आवाजाही में पुलिस इंतजाम को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने बताया कि अजीत सिंह की हत्या करने वाले चार शूटर की पहचान हो गई है. जो आजमगढ़ के ही हैं. शुक्रवार को कई लोगों से पूछताछ में इसकी पुष्टि भी हो गई है. शूटरों के नाम और पते भी पुलिस को मिल गए हैं. शूटरों के तलाश में अलग-अलग जिलों में पुलिस की टीम को भी रवाना कर दिया गया है.
अपार्टमेंट में कई बार आ चुके हैं बदमाश
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल और आस-पास लगे सीसीटीवी की फुटेज में लाल रंग की कार संदेह के घेरे में आ रही थी. वह गाड़ी बरामद कर ली गई है. अपार्टमेंट से हिरासत में लिए गए संदिग्धों ने बताया कि रोहतास प्लूमेरिया अपार्टमेंट में उनका एक परिचय रहता है. बीते तीन-चार साल में वह कई बार लखनऊ आए और अपार्टमेंट में ही परिचित के फ्लैट में ठहरे थे. बुधवार को वह आजमगढ़ से दो लोगों को लखनऊ लेकर आए थे. दोनों अपार्टमेंट के बाहर उतरकर भीतर चले गए. जबकि साथ आए दो व्यक्ति कार लेकर कठौता की तरफ चले गए थे. रात को दोनों ने अपार्टमेंट में कार खड़ी कर दी थी.
रोहतास अपार्टमेंट में की छानबीन
पुलिस उनकी बातों पर यकीन नहीं कर रही है. पुलिस अधिकारियों का मानना है कि दोनों शूटर के ही साथी हैं. उनके साथ आए शूटरों के दो अन्य साथी यहां लखनऊ में ही रुके थे या फिर वह किसी दूसरे साधन से यहां पहुंचे होंगे. संदिग्धों ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि साथ आने वाले लोग हत्या करने जा रहे हैं. शूटरों की तलाश में पुलिस ने रोहतास प्लूमेरिया अपार्टमेंट के पास स्थित दूसरे अपार्टमेंट में छानबीन की. लेकिन वहां भी कोई हाथ नहीं लगा है.
अपार्टमेंट के RWA पदाधिकारियों से ली जा रही जानकारी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि शूटर अपार्टमेंट से गुरुवार की आधी रात के बाद भाग गए थे. फिलहाल पुलिस ने दोनों अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी की फुटेज निकलवाई है. अपार्टमेंट की रेजिडेंट वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारियों से भी बीते 2 से 3 दिन के दौरान आने जाने वाले लोगों की जानकारी ली जा रही है.
महाराष्ट्र के कारोबारी की कार
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार महाराष्ट्र के एक कारोबारी की है. कार के साथ पकड़े गए युवकों के पास यह कार 2 साल से थी. कारोबारी से युवकों का क्या संबंध है, कार युवकों के पास कैसे आई, कार और उसे चलाने वाले युवकों का अजीत हत्याकांड से क्या लेना देना है, इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
अजीत सिंह की महिला मित्र से पूछताछ
पुलिस ने गोलीबारी के दौरान अजीत की कार में बैठी उसकी महिला मित्र से भी लंबी पूछताछ की है. अधिकारियों ने बताया कि अजीत अपने साथी मोहर सिंह और महिला मित्र के साथ चिकन लेने आया हुआ था. महिला मित्र ने उससे हुक्का फ्लेवर मंगाया. अलग-अलग हुक्का फ्लेवर लेकर मोहर के साथ अजीत की महिला मित्र पैदल कार की तरफ जा रही थी. तभी शूटरों ने घेर कर फायरिंग शुरू कर दी. गोलियां चलती देखकर कार में बैठी अजीत की महिला मित्र नीचे झुक गई थी. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि अजीत के सड़क पर गिरने के बाद मोहर सिंह कार के पास आया और उसे नीचे उतार कर भाग जाने को कहा. उसने किसी भी शूटर का चेहरा देखने की बात से इनकार किया है.
कार की चाबी लेकर भाग गई थी महिला मित्र
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अजीत पहले सतलज अपार्टमेंट में रहता था. 20 दिन पहले ही वह राही अपार्टमेंट में शिफ्ट हुआ था. अजीत की महिला मित्र ने बताया कि वह अपने साथ कार की चाबी ले गई थी. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कार लॉक मिली थी. कार के भीतर चार मोबाइल फोन थे, जो लगातार बज रहे थे. पुलिस ने कार का लॉक तोड़कर चारों मोबाइल को अपने कब्जे में लिया. जिसके जरिए ही अजीत महिला मित्र तक पुलिस पहुंच सकी.