वाराणसी: भेलखा गांव के समीप रिंग रोड पर सोमवार की सुबह पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ (police encounter in varanasi) हुई. आमने-सामने की एक दर्जन राउंड से ज्यादा फायरिंग में दो बदमाश मारे गये. दोनों को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी हालत नाजुक बताई गयी थी, लेकिन बाद में दोनों की मौत हो गयी. दोनों रोहनिया क्षेत्र में दरोगा को गोली मार कर सरकारी पिस्टल, कारतूस, पर्स और मोबाइल लूटने की वारदात में वांटेड थे. पुलिस ने दोनों की शिनाख्त रजनीश उर्फ बऊआ सिंह पुत्र शिव शंकर निवासी गोलवा थाना मोहद्दीनगर जिला समस्तीपुर और मनीष पुत्र शिव शंकर निवासी गोलवा थाना मोहद्दीनगर जिला समस्तीपुर के रूप में की. दोनों सगे भाई थे. तीसरा भाई लल्लन फरार है.
8 नवंबर को मारी थी दरोगा को गोली: लक्सा थाने में तैनात 2015 बैच के दरोगा अजय यादव मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के भीखमपुर गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने रोहनिया थाना के जगतपुर क्षेत्र में प्लाट खरीदा है और अब वहीं मकान बनवा रहे हैं. बीती 8 नवंबर की शाम वर्दी पहने हुए अजय अपनी बुलेट से अपने प्लाट पर जा रहे थे.
वाराणसी में पुलिस एनकाउंटर को लेकर पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि दरोगा अजय यादव को गोली मार कर पिस्टल लूटने की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार प्रयासरत थीं. आज सुबह पता लगा कि घटना में वांछित दो बदमाश भेलखा गांव के समीप रिंग रोड से गुजर रहे हैं. इस पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दोनों को रोकने का प्रयास किया तो वह फायरिंग शुरू कर दिए. जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हुए थे. पुलिस उन्हें अस्पताल लेकर गई थी. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी. एक बदमाश मौका पाकर फरार हो गया.
इस दौरान घायल पुलिसकर्मी शिवबाबू को इलाज के लिए सिंह मेडिकल में भर्ती कराया गया है, जहां पर हालत खतरे से बाहर बताई गई है. मुठभेड़ की जानकारी के बाद पंडित दीनदयाल अस्पताल स्थित मर्चरी पहुंचे पुलिस कमिश्नर सतीश गणेश ने दोनों शवों के बारे में जानकारी हासिल की. उन्होंने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में घायल दोनों बदमाशों को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. दोनों की डेड बाडी मोर्चरी में रखवा दी गई है. पुलिस कमिश्नर के अनुसार दोनों की शिनाख्त रजनीश उर्फ बऊआ सिंह पुत्र शिव शंकर निवासी गोलवा थाना मोहद्दीनगर जिला समस्तीपुर और मनीष पुत्र शिव शंकर निवासी गोलवा थाना मोहद्दीनगर जिला समस्तीपुर के रूप में की. दोनों सगे भाई थे. तीसरा भाई लल्लन फरार है.
डीजीपी ने दो लाख के इनाम की घोषणा की
वाराणसी एनकाउंटर पर डीजीपी डॉक्टर डीएस चौहान ने कहा है कि हमारे बहादुर सब इंस्पेक्टर अजय यादव को गोली मारकर उसका सर्विस पिस्टल लूटने वाले एनकाउंटर में मारे गए हैं. हमने उन बदमाशों के लिए ऑपरेशन पाताललोक चलाया था. हमने तय कर लिया था कि उन बदमाशों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे. मारे गए दोनों बदमाश समस्तीपुर बिहार के रहने वाले हैं. दोनों बदमाश सगे भाई थे. ये तीनों बदमाश बिहार में ज्यूडिशियल कस्टडी से भागे थे. ये बदमाश बिहार में दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर चुके थे. बिहार में तीन पुलिसकर्मियों के सरकारी असलहे लूट चुके थे. दो बैंक डकैती के दौरान पांच आम नागरिकों को भी मार चुके थे. हमने अपनी स्ट्रेटजी के तहत इन्हें वाराणसी से निकलने नहीं दिया. हमारे दरोगा की लूटी हुई पिस्टल बरामद हो गई है. मारे गए बदमाशों से एक फैक्ट्री मेड पिस्टल भी मिली है. वाराणसी पुलिस कमिश्नर और उनकी टीम ने बेहतरीन काम किया है. एनकाउंटर करने वाली टीम को मेरी तरफ से दो लाख रुपए के ईनाम की घोषणा की गई है. ये नया उत्तर प्रदेश है जहां अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है. मैं यूपी की जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाता हूं.
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