लखनऊ : फर्जी कागजों के सहारे प्लॉट (forgery and cheating case) बेचने के आरोपी को वजीरगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने फर्जी दस्तावेज से मालिक बनकर दूसरे का प्लॉट बेच दिया था. प्लॉट के असली मालिक के पहुंचने पर जानकारी हुई. इसके बाद भुक्तभोगी ने 24 मई 2022 को अनूप कुमार पांडेय सहित 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज (forgery and cheating case) कराई थी. इस मामले में फरार चल रहे एक आरोपी मड़ियांव दाउदनगर निवासी अनूप कुमार पांडेय को रविवार सुबह डालीगंज पुल के पास से पकड़ा गया. अन्य साथियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.
मड़ियांव पुलिस (Madianv Police) के अनुसार आरोपी अनूप कुमार पांडेय के खिलाफ खदरा निवासी मीरा तिवारी ने 24 मई 2024 को मुकदमा दर्ज कराया था. पीड़िता के अनुसार उनके पति प्रताप नारायण तिवारी उर्फ मुन्ना ने हैदरगंज में प्लॉट खरीदा था. 15 जुलाई 2019 को मीरा के पति की मौत हो गई थी. इसके बाद वह अपने बेटे संग खदरा स्थित मायके चली गई. उनकी गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने फर्जी कागज तैयार कर प्लॉट (Plot was sold by preparing fake papers) रमेश मिश्रा को बेच दिया. जब मीरा को इस बात की जानकारी हुई तो वह अपने प्लॉट पर गईं तो वहां मौजूद दबंगों ने मीरा को जान की धमकी देते हुए भगा दिया. इसके बाद मीरा ने अनूप कुमार पांडेय व प्लाट खरीदने वाले रमेश मिश्रा सहित सात लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई थी.
एडीसीपी चिंरजीव नाथ सिन्हा (ADCP Chiranjeev Nath Sinha) के अनुसार कुछ लोगों ने प्लाट के फर्जी दस्तावेज बनाकर अन्य के नाम रजिस्ट्री कर दी थी. मामला काफी संगीन है और यह कार्य गिरोह बनाकर किया गया है. इस मामले में जालसाजी और धोखाधड़ी (forgery and fraud) के आरोपी अनूप पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है. फरार चल रहे उसके अन्य साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है. बहुत जल्द वह सभी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
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