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फाइलों में आग लगाने वाला प्लाटून कमांडर राजीव कुमार गिरफ्तार: डीजीपी

उत्तर प्रदेश में होमगार्ड विभाग में चल रहे घोटाले की जांच अब तेज हो गई है. इसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक अन्य आरोपी प्लाटून कमांडर राजीव कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि राजीव ने ही नोएडा स्थित कार्यालय में रखी फाइलों में आग लगा दी थी.

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Published : Nov 27, 2019, 12:17 PM IST

लखनऊ: होमगार्ड विभाग में हुए घोटाले को लेकर जहां नोएडा सहित तमाम जिलों में जांच चल रही है. इसी बीच नोएडा पुलिस ने होमगार्ड मुख्यालय पहुंचकर दस्तावेजों में आग लगाने वाले आरोपी राजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. डीजीपी ओपी सिंह ने इसकी जानकारी दी है.

प्लाटून कमांडर राजीव कुमार गिरफ्तार.

डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लाटून कमांडर राजीव कुमार ने खुद ही भ्रष्टाचार की शिकायत की थी और उसने अपने आप को बचाने के लिए दस्तावेजों में आग लगा दी. घटना को अंजाम देने के लिए उसने कार्यालय के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाला था और उसी से दस्तावेजों में आग लगाई थी. कार्यालय के पीछे एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में राजीव कुमार की हरकतें कैद हो गईं, जिसके बाद पुलिस को उसकी गिरफ्तारी करने में कामयाबी मिली.

होमगार्ड विभाग में वेतन घोटाले को लेकर 15 नवंबर को केस दर्ज कराया गया था. 18 नवंबर को होमगार्ड कार्यालय के कमरे में रखे एक बक्से में आग लगा दी गई थी. आरोपियों ने कार्यालय में रखी आलमारी और बक्से का ताला तोड़कर दस्तावेज बाहर निकाले थे. घोटाले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद नोएडा पुलिस ने विभाग के पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. कार्रवाई के तहत डिवीजनल कमांडेंट होमगार्ड रामनारायण चौरसिया, असिस्टेंट कंपनी कमांडर सतीश, प्लाटून कमांडर मोंटू, सतवीर और शैलेंद्र को गिरफ्तार किया गया था.

इसे भी पढ़ें- आजमगढ़: विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी, एसपी ग्रामीण ने दिए जांच के आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद होमगार्ड ड्यूटी में हुई अनियमितता और सबूतों को छिपाने के लिए जलाई गई फाइलों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. इसके बाद नोएडा पुलिस हरकत में आई और घोटाले से जुड़े हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. पिछले दिनों नोएडा में बड़े पैमाने पर होमगार्ड की ड्यूटी लगाने के नाम पर भ्रष्टाचार उजागर हुआ था. जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि गार्डों की ड्यूटी सिर्फ कागजों पर लगाकर उनकी सैलरी की खूब बंदरबांट हुई. घोटाले के तहत 5 होमगार्ड लगाए गए, लेकिन दस का पैसा प्राप्त किया गया. नोएडा में सामने आए इस घोटाले के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में इस तरीके के घोटाले की आशंका बनी हुई है, जिसको लेकर राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में जांच के निर्देश दिए गए हैं.

लखनऊ: होमगार्ड विभाग में हुए घोटाले को लेकर जहां नोएडा सहित तमाम जिलों में जांच चल रही है. इसी बीच नोएडा पुलिस ने होमगार्ड मुख्यालय पहुंचकर दस्तावेजों में आग लगाने वाले आरोपी राजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. डीजीपी ओपी सिंह ने इसकी जानकारी दी है.

प्लाटून कमांडर राजीव कुमार गिरफ्तार.

डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लाटून कमांडर राजीव कुमार ने खुद ही भ्रष्टाचार की शिकायत की थी और उसने अपने आप को बचाने के लिए दस्तावेजों में आग लगा दी. घटना को अंजाम देने के लिए उसने कार्यालय के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाला था और उसी से दस्तावेजों में आग लगाई थी. कार्यालय के पीछे एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में राजीव कुमार की हरकतें कैद हो गईं, जिसके बाद पुलिस को उसकी गिरफ्तारी करने में कामयाबी मिली.

होमगार्ड विभाग में वेतन घोटाले को लेकर 15 नवंबर को केस दर्ज कराया गया था. 18 नवंबर को होमगार्ड कार्यालय के कमरे में रखे एक बक्से में आग लगा दी गई थी. आरोपियों ने कार्यालय में रखी आलमारी और बक्से का ताला तोड़कर दस्तावेज बाहर निकाले थे. घोटाले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद नोएडा पुलिस ने विभाग के पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. कार्रवाई के तहत डिवीजनल कमांडेंट होमगार्ड रामनारायण चौरसिया, असिस्टेंट कंपनी कमांडर सतीश, प्लाटून कमांडर मोंटू, सतवीर और शैलेंद्र को गिरफ्तार किया गया था.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद होमगार्ड ड्यूटी में हुई अनियमितता और सबूतों को छिपाने के लिए जलाई गई फाइलों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. इसके बाद नोएडा पुलिस हरकत में आई और घोटाले से जुड़े हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. पिछले दिनों नोएडा में बड़े पैमाने पर होमगार्ड की ड्यूटी लगाने के नाम पर भ्रष्टाचार उजागर हुआ था. जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि गार्डों की ड्यूटी सिर्फ कागजों पर लगाकर उनकी सैलरी की खूब बंदरबांट हुई. घोटाले के तहत 5 होमगार्ड लगाए गए, लेकिन दस का पैसा प्राप्त किया गया. नोएडा में सामने आए इस घोटाले के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में इस तरीके के घोटाले की आशंका बनी हुई है, जिसको लेकर राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में जांच के निर्देश दिए गए हैं.

Intro:खबर के संदर्भ में डीजीपी की बाइट wrap से भेजी जा रही है।

एंकर

लखनऊ। होमगार्ड विभाग में हुए घोटाले को लेकर जहां नोएडा सहित तमाम जिलों में जांच हो रही है। इसी बीच नोएडा पुलिस ने होमगार्ड मुख्यालय पहुंचकर दस्तावेजों में आग लगाने वाले आरोपी राजीव कुमार को गिरफ्तार किया है। डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लाटून कमांडर राजीव कुमार ने खुद ही भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, और जब वह खुद हंसता हुआ नजर आया तो उसने अपने आप को बचाने के लिए दस्तावेजों में आग लगा दी। घटना को अंजाम देने के लिए उसने कार्यालय के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाला था और उसी से दस्तावेजों में आग लगाई थी। कार्यालय के पीछे एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में राजीव कुमार कैद हो गया जिसके बाद पुलिस को उसकी गिरफ्तारी करने में कामयाबी मिली।





Body:वियो

होमगार्ड विभाग में वेतन घोटाले को लेकर 15 नवंबर को केस दर्ज कराया गया था। 18 नवंबर को होमगार्ड कार्यालय के कमरे में रखे एक बक्से में आग लगा दी गई थी। आरोपियों ने कार्यालय में रखी अलमारी व बक्से का ताला तोड़कर दस्तावेज बाहर निकाले थे। घोटाले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद नोएडा पुलिस ने विभाग के पांच लोगों को गिरफ्तार किया थाकार्यवाही के तहत डिवीजनल कमांडेंट होमगार्ड रामनारायण चौरसिया, असिस्टेंट कंपनी कमांडर सतीश, प्लाटून कमांडर मोंटू, सतवीर व शैलेंद्र को गिरफ्तार किया गया था।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद होमगार्ड ड्यूटी में हुई अनियमितता व सबूतों को छिपाने के लिए जलाई गई फाइलों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए थे। जिसके बाद नोएडा पुलिस हरकत में आ रही और घोटाले से जुड़े हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था पिछले दिनों नोएडा में बड़े पैमाने पर होमगार्ड की I ड्यूटी लगाने के नाम पर भ्रष्टाचार उजागर हुआ था। जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि गार्डों की ड्यूटी सिर्फ कागजों पर लगाकर उनकी सैलरी की खूब बंदरबांट हुई। घोटाले के तहत 5 होमगार्ड लगाए गए लेकिन दस का पैसा प्राप्त किया गया। नोएडा में सामने आए इस घोटाले के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में इस तरीके के घोटाले की आशंका बनी हुई है। जिसको लेकर राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में जांच के निर्देश दिए गए हैं।








Conclusion:(संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 25 26)
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