लखनऊः शाहजहांपुर में कांग्रेस की न्याय यात्रा से पहले ही राजधानी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सांसद पीएल पुनिया ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी पर उन्होंने योगी सरकार की कार्रवाई पर नाराजगी जताई और कहा कि सरकार का यह तानाशाही रवैया है. कांग्रेस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरी लेकिन सरकार ने न्याय देने के बजाय नेताओं को ही नजरबंद कर दिया. जिसने अपराध किया है उसको सजा देने के बजाय पीड़िता को ही जेल में बंद कर देना कहां का न्याय है?
योगी सरकार की कार्रवाई पर राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया ने जताई नाराजगी
राजधानी के पार्टी मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीएल पुनिया ने बताया कि कांग्रेस पार्टी पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी प्रदेश भर के विभिन्न जिलों में धरना प्रदर्शन करेगी. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस के सभी नेताओं को पुलिस तत्काल छोड़े. विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू, उपनेता आराधना मिश्रा, वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद और एआईसीसी के सचिव को गिरफ्तार कर लेना अच्छी बात नहीं है.
तीन विधायक समेत कुल 5000 लोगों को नजरबंद किया गया है. कांग्रेस शांतिपूर्ण ढंग से महात्मा गांधी के बताए हुए रास्तों पर न्याय मांगने के लिए सड़कों पर उतरी थी, किसी तरह की भी अनहोनी की आशंका नहीं थी. इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा नेताओं को गिरफ्तार करना कहीं का भी न्याय नहीं है.
न्याय यात्रा में राज बब्बर के शामिल नहीं होने पर ईटीवी भारत ने उठाया सवाल
न्याय यात्रा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के शामिल नहीं होने पर ईटीवी भारत के सवाल उठाने पर पीएल पुनिया ने कहा कि राज बब्बर अभी महाराष्ट्र में हैं, इसीलिए यात्रा में शामिल नहीं हो पाए. आगे जो भी कार्यक्रम होगा उसमें प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर भी शामिल रहेंगे.
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