लखनऊ : प्रदेश में पर्यटन की लगातार बढ़ रही संभावनाओं को देखते हुए पर्यटन विभाग नित नए कदम उठा रहा है. इसी कड़ी में बीते दिनों हुए कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने प्रदेश के ऐतिहासिक, धार्मिक व पर्यटन के स्थलों को जोड़ने वाली स्टेट व नेशनल हाईवेज पर स्थित पेट्रोल पम्पों पर बने शौचालयों को ठीक कराने व उनके साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त की जाए. साथ ही इन शौचालयों के निशुल्क प्रयोग आदि करने के निर्देश दी है. इसके लिए पर्यटन विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह इसकी निगरानी करे. साथ ही समय-समय पर इनकी जांच कर गंदगी मिलने पर कार्रवाई करे.
पेट्रोल पंप संचालक की जिम्मेदारी : प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि 'सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सभी धार्मिक व पर्यटक स्थलों को जोड़ने वाले स्टेट व नेशनल हाईवेज पर स्थित पेट्रोल पंप बने शौचालयों को हर दिन साफ रखा जाए. पेट्रोल पंप संचालक अपने पंप में बने शौचालयों को रोज साफ कराने के साथ ही अगर उनके मेंटेनेंस आदि की कोई दिक्कत है तो उसे तुरंत दूर कराना होगा. प्रमुख सचिव ने बताया कि इसके अलावा सभी पेट्रोल पंप में निशुल्क शौचालय उपलब्ध हैं, इसका बोर्ड भी लगाना है. उन्होंने कहा कि अगर कोई पेट्रोल संचालक पेट्रोल पंप बने शौचालयों को बंद रखता है या उसकी साफ-सफाई नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है.'
हर जगह शौचालय उपलब्ध करा पाना संभव नहीं : प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि हाईवे पर बने इन शौचालयों को एक्टिव रखा जाए, ताकि सफर कर रहे लोगों को आसानी से शौचालय उपलब्ध हो सके. उन्होंने बताया कि कई बार देखा गया है कि सफर के दौरान यात्री किसी पेट्रोल पंप पर शौचालय के लिए जाते हैं तो या तो वहां पर ताला बंद मिलता है या फिर उसकी हालत इतनी खराब होती है कि वह उसे प्रयोग करने से परहेज करता है. उन्होंने कहा कि सरकार हर जगह शौचालय मुहैया नहीं करा सकती है. ऐसे में पेट्रोल पंप पर मौजूद शौचालय जो निशुल्क उपलब्ध है. उनकी साफ-सफाई व बेहतर मेंटेनेंस कराकर इसे आम पब्लिक व पर्यटकों के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कई बार एक पर्यटन स्थल से दूसरे पर्यटन स्थल जाने के लिए यात्री इन हाईवे से सफर करते हैं पर उन्हें बेहतर टॉयलेट की फैसिलिटी नहीं मिलती है. इसी को देखते हुए प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, जिस पर यह निर्णय हुआ है.'
मुकेश मेश्राम ने बताया कि 'पेट्रोल पंपों को यह सुविधा पहले से ही निशुल्क उपलब्ध होती है, लेकिन आमतौर पर यह देखा गया है कि पेट्रोल पंप संचालक या तो टॉयलेट को बहुत गंदा रखते हैं या फिर उसमें ताला बंद कर देते हैं, जिससे वहां आने वाले लोग उसका प्रयोग नहीं कर पाते हैं, जबकि हर पेट्रोल पंप को जब लाइसेंस दिया जाता है तो इन बेसिक फैसिलिटी को बेहतर रखने का निर्देश पहले से ही मिले होते हैं, हमारा काम अब बस इन्हें सुचारू रूप से बनाए रखना है.'