लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कुदरत का अजीब ही किस्सा देखने को मिल रहा है. पूरे यूपी में लगभग आधे से ज्यादा इलाकों में नदियों का पानी घुस गया है. खेत, मकान सब डूबते जा रहे हैं, जिसके चलते लोग दूसरी जगहों पर पलायन करने को मजबूर हैं.
वाराणसी में सड़कों पर आया गंगा नदी का पानी
यूपी में गंगा नदी उफान पर है. वाराणसी के साथ ही गंगा ने फाफामऊ, गाजीपुर और बलिया में खतरे का निशान पार कर लिया है. दर्जनों कॉलोनियों में पानी घुस गया है. वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा का जलस्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि यह गंगा का पानी सड़कों पर आ गया है. स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. अस्सी नगवा मार्ग पर पानी भर गया है, जहां लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है. लोगों को गंगा के पानी से होकर गुजरना पड़ा है. यहां पर दशाश्वमेध शीतला घाट सहित करीब सभी घाट डूब गए हैं. केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि मध्यप्रदेश में अधिक बारिश होने के कारण चंबल का पानी बढ़ गया है जो यमुना में आकर मिल गया है. एक-दो दिन में गंगा का जलस्तर घटने की संभावना है.
यमुना ने छीनी किसानों की खुशियां
औरेया में यमुना नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. इसका दुष्परिणाम यमुना नदी से सटे गांवों को देखना पड़ रहा है. खतरे के निशान से पार यमुना नदी का पानी अब ग्रामीणों के खेत-खलियानों से होते हुए उनके मकानों तक पहुंच चुका है. जिला प्रशासन ने दावा किया है कि यमुना नदी से सटे बाढ़ प्रभावी गांवों के हालात देखते हुए उनके रहने के लिए गांव के बाहर विद्यालयों में रहने का इंतजाम कर चुके हैं. इसी बीच जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी द्वारा गांवों का निरीक्षण किया गया.