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उत्तर प्रदेश में नदियां हुईं बेकाबू, वीडियो में देखें डूबते घर

उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. नदियों का पानी इलाकों में घुसने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

यूपी में बाढ़ का कहर.
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Published : Sep 18, 2019, 3:33 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण प्रदेश में गंगा, यमुना, बेतवा जैसी नदियां उफान पर हैं. कई जिलों में नदियों का पानी घुसता जा रहा है. लोगों के घर डूब रहे हैं और वे दूसरी जगह पलायन कर रहे हैं. प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली और हमीरपुर में लोगों के घर डूब रहे हैं.

प्रयागराज में गंगा और यमुना का पानी इलाकों में घुसा
प्रयागराज में खतरे का निशान पार कर चुकी गंगा और यमुना नदी के बाढ़ का पानी कछारी इलाकों में कहर बरपा रहा है. हर घंटे गंगा-यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. घर के लोग फिलहाल छत पर ही अपना डेरा जमाए हैं. प्रभावित इलाकों में लोग दिनभर सामान इधर से उधर करते रहते हैं. इतना ही नहीं लोग अपने घरों को छोड़कर बचाव के लिए कहीं दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं.

गंगा और यमुना का पानी इलाकों में घुसा.

वाराणसी में गंगा नदी ने रौद्र रूप किया धारण
गंगा नदी लगातार रौद्र रूप धारण कर रही है. गंगा का पानी कॉलोनियों में घुसता जा रहा है. गंगा नदी ने प्रयागराज, वाराणसी और मिर्जापुर में भी रौद्र रूप धारण कर लिया है. सुबह होते ही गंगा काशी में खतरे के निशान तक पहुंच गई. लंका थाना अंतर्गत सामने घाट के मारुति नगर सहित अन्य कॉलोनियों में लोगों को आने-जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. लोगों का जीना मुश्किल है. लगभग 500 से ज्यादा घर हैं, जो पलायन कर चुके हैं. घरों में ताला बंद है और कुछ लोग अपना घर छोड़कर जा चुके हैं.

वाराणसी में गंगा नदी उफान पर.

हमीरपुर में बेतवा और यमुना नदी ने विकराल रूप किया धारण
जनपद में बेतवा और यमुना नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. बेतवा और यमुना नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है. यमुना नदी का पानी शहरी इलाकों में घुसना शुरू हो गया है. लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे हैं. बालू की बोरियां लगाकर नदी के कटान को रोकने की कोशिश की जा रही है. बाढ़ के पानी से सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. वहीं सैकड़ों की तादाद में परिवारों को विस्थापित करना पड़ा है.

हमीरपुर में बेतवा और यमुना नदी हुईं बेकाबू.

चंदौली में पहाड़ी और मैदानी इलाके में झमाझम बारिश
जनपद में पहाड़ी और मैदानी इलाके में हो रही बारिश के चलते गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते चन्दौली के तटवर्ती इलाके के 6 गांवों में पानी घुसने लगा है. जिले के धानापुर, चहनिया और नियमताबाद ब्लॉक के दर्जनों गांव में गंगा नदी के बाढ़ का पानी पहुंच गया है, जिसके चलते फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है. साथ ही साथ आम लोगों की भी परेशानी बढ़ने लगी है. मुगलसराय-वाराणसी मार्ग पर पड़ाव के पास गंगा नदी का पानी जीटी रोड के पास तक पहुंच गया है. नदी का पानी लगातार बढ़ोतरी पर है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है.

चंदौली में पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण प्रदेश में गंगा, यमुना, बेतवा जैसी नदियां उफान पर हैं. कई जिलों में नदियों का पानी घुसता जा रहा है. लोगों के घर डूब रहे हैं और वे दूसरी जगह पलायन कर रहे हैं. प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली और हमीरपुर में लोगों के घर डूब रहे हैं.

प्रयागराज में गंगा और यमुना का पानी इलाकों में घुसा
प्रयागराज में खतरे का निशान पार कर चुकी गंगा और यमुना नदी के बाढ़ का पानी कछारी इलाकों में कहर बरपा रहा है. हर घंटे गंगा-यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. घर के लोग फिलहाल छत पर ही अपना डेरा जमाए हैं. प्रभावित इलाकों में लोग दिनभर सामान इधर से उधर करते रहते हैं. इतना ही नहीं लोग अपने घरों को छोड़कर बचाव के लिए कहीं दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं.

गंगा और यमुना का पानी इलाकों में घुसा.

वाराणसी में गंगा नदी ने रौद्र रूप किया धारण
गंगा नदी लगातार रौद्र रूप धारण कर रही है. गंगा का पानी कॉलोनियों में घुसता जा रहा है. गंगा नदी ने प्रयागराज, वाराणसी और मिर्जापुर में भी रौद्र रूप धारण कर लिया है. सुबह होते ही गंगा काशी में खतरे के निशान तक पहुंच गई. लंका थाना अंतर्गत सामने घाट के मारुति नगर सहित अन्य कॉलोनियों में लोगों को आने-जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. लोगों का जीना मुश्किल है. लगभग 500 से ज्यादा घर हैं, जो पलायन कर चुके हैं. घरों में ताला बंद है और कुछ लोग अपना घर छोड़कर जा चुके हैं.

वाराणसी में गंगा नदी उफान पर.

हमीरपुर में बेतवा और यमुना नदी ने विकराल रूप किया धारण
जनपद में बेतवा और यमुना नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. बेतवा और यमुना नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है. यमुना नदी का पानी शहरी इलाकों में घुसना शुरू हो गया है. लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे हैं. बालू की बोरियां लगाकर नदी के कटान को रोकने की कोशिश की जा रही है. बाढ़ के पानी से सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. वहीं सैकड़ों की तादाद में परिवारों को विस्थापित करना पड़ा है.

हमीरपुर में बेतवा और यमुना नदी हुईं बेकाबू.

चंदौली में पहाड़ी और मैदानी इलाके में झमाझम बारिश
जनपद में पहाड़ी और मैदानी इलाके में हो रही बारिश के चलते गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते चन्दौली के तटवर्ती इलाके के 6 गांवों में पानी घुसने लगा है. जिले के धानापुर, चहनिया और नियमताबाद ब्लॉक के दर्जनों गांव में गंगा नदी के बाढ़ का पानी पहुंच गया है, जिसके चलते फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है. साथ ही साथ आम लोगों की भी परेशानी बढ़ने लगी है. मुगलसराय-वाराणसी मार्ग पर पड़ाव के पास गंगा नदी का पानी जीटी रोड के पास तक पहुंच गया है. नदी का पानी लगातार बढ़ोतरी पर है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है.

चंदौली में पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश.
Intro:चन्दौली - पहाड़ी और मैदानी इलाके में हो रही बारिश के चलते गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जिससे चन्दौली के तटवर्ती इलाके के आधा दर्जन गांवों में पानी घुसने लगा है. जिले के धानापुर चहनिया और नियमताबाद ब्लॉक के दर्जनों गांव में गंगा नदी के बाढ़ का पानी पहुंच गया है. जिसके चलते फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है. साथ ही साथ आम लोगों की भी परेशानी बढ़ने लगी है. यही नहीं मुगलसराय वाराणसी मार्ग पर पड़ाव के पास गंगा नदी का पानी जीटी रोड के पास तक पहुंच गया है. नदी का पानी लगातार बढ़ोतरी पर है. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है.

Body:दरअसल उफनाई हुई गंगा नदी का पानी चंदौली जिले के रिहायशी इलाकों में भी दस्तक देने लगा है. ये तश्वीर है पड़ाव इलाके की. जहां गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से पानी कालोनियों में प्रवेश करने लगा है. पूरी कालोनी तालाब में तब्दील हो गई. जिससे लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. यहीं नहीं गंगा के तटवर्ती गांव कांवर, बिशुपुर, महुआरी, बलुआ, डेरवा, महुअर कला, टांडाकला, बड़गांवा, हसनपुर, नादी निधौरा व अन्य गांवों के लोगों को अब इस बात का डर है कि यदि गंगा का पानी इसी रफ्तार बढ़ता रहा तो आने वाले दिनों में बाढ़ की आशंका बढ़ जाएगी. जिससे लोगों सशंकित है. डाउन एरिया में पानी भर जाने से हालात ये हो गए है अब स्कूली बच्चों को नाव के सहारे स्कूल पहुँचाया जा रहा है.

बाईट - राजेश कुमार (स्थानीय ग्रामीण)

वीओ 2 - वहीं कुछ इलाकों में गंगा का पानी गांव के खेतों तक घुस चुका है. जिससे फसल के साथ ही पशु चारे जलमग्न हो गया है. जिससे लोगों की फसल पूरी तरह बर्बाद होने की कगार पर है. यहीं नहीं पानी की वजह तात्कालिक रूप से पशु चारे की समस्या सामने आ रही है.

बाईट - संजीव यादव (स्थानीय ग्रामीण)

वीओ 3 -- गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन एक्टिव मोड़ में आ गया है. बाढ़ ग्रस्त इलाके का स्थलीय निरीक्षण कर हालात का जायजा ले रहे है. गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के समीप होने के चलते सभी बाढ़ चौकियों को एक्टिव कर दिया है. राजस्व विभाग की टीम के साथ ही पुलिस बल की मौजूदगी 24 घंटे के लिए कर दी गई. जो हालात जायजा लेने के साथ ही जिला प्रशासन को लगातार इसकी रिपोर्ट करते रहेंगे. हालांकि इस बाबत आलाधिकारियों का कहना है कि अभी सिर्फ उन्हीं इलाकों में पानी घुसा जो फ्लड लेबल एरिया में आते है. लेकिन जिला प्रशासन घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है.

बाईट - लालता प्रसाद (तहसीलदार मुगलसराय)

एफवीओ - बहरहाल गंगा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिले के अधिकारी प्रभावित इलाकों में चक्रमण करते हुए हालात पर नजर रख रहे हैं. साथ ही बाढ़ चौकियों को भी एक्टिवेट कर दिया गया है. लेकिन लगातार बढ़ते हुए जलस्तर की वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल दिखाई दे रहा है.Conclusion:कमलेश गिरी
चन्दौली
9452845730

Note - यह खबर व्रेप से भेजी गई है...
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