लखनऊ: राजधानी के इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड में दूषित जलापूर्ति से नाराज क्षेत्रीय निवासियों और वेतन न मिलने से नाराज जलकल कर्मचारियों ने विभाग के विरोध में नारेबाजी और प्रदर्शन किया. यहां के स्थानियों ने आरोप लगाया कि एक तो कोरोना से लोग परेशान हैं वहीं दूसरी ओर दूषित जल मिल रहा है, जिससे कही न कहीं अन्य बीमारियां भी फैल रही हैं. इसके चलते लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
दूषित जल की सप्लाई को लेकर विरोध
इस मौके पर क्षेत्रिय निवासी डॉ. अवधेश सिंह, अशोक कुमार, माधुरी देवी, नीलम कश्यप, नंदलाल विश्वकर्मा, प्यारेलाल कश्यप और राम चंदर समेत दर्जनों लोगों ने आरोप लगाये कि जलकल प्रशासन से शिकायत के पश्चात भी समस्या का निस्तारण नहीं हो रहा है. इन लोगों ने कहा कि कोरोना काल में दूषित जलापूर्ति से लोगों को टाइफाइड और डेंगू जैसी गम्भीर बीमारियां हो रही हैं. इतना ही नहीं दूषित पानी पीने से लोगों को संक्रामक रोग फैलने की आशंका हो रही है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो वह सब जलकल कार्यालय का घेराव करने समेत मुख्य मार्ग जाम करेंगे.
वेतन न मिलने से नाराज जलकल कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
शुक्रवार को वेतन न मिलने से नाराज दर्जनों कर्मचारी निरालानगर आठ नंबर चौराहा स्थित पानी की टंकी पहुंच गये. यहां उन्होंने जलकल विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी कार्यदायी संस्था के माध्यम से जलकल में कार्यरत है, लेकिन जलकल प्रशासन ने इन कर्मचारियों को सीवर सफाई के लिए आई निजी कंपनी शुएज इंडिया से कर्मचारियों को संबद्ध कर दिया है.
समय से नहीं मिलता वेतन
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का आरोप था कि जब से कर्मचारियों को निजी कम्पनी के हवाले किया गया है, तब से वेतन न मिलने की समस्या बढ़ गयी है. कर्मियों ने कहा कि जल्द से जल्द समस्या का निस्तारण न हुआ तो सीवर सफाई का काम ठप कर कर्मचारी जलकल कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करेंगें. प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारी वीरेन्द्र, कमलेश, अमित, राजेन्द्र वाल्मीकि, दीपक ने बताया कि पहले कर्मचारियों को दस तारीख तक वेतन मिल जाता था, लेकिन जब से निजी कंपनी के हवाले कर्मचारियों को किया गया है तब से कर्मचारियों का वेतन दिये जाने की कोई तिथि निर्धारित नहीं है. पिछले दो माह से वेतन भुगतान नहीं किया गया है. इसके अलावा काम का समय भी निर्धारित नहीं है.
कम्पनी के इस रवैये से कर्मचारियों में रोष है. कर्मचारियो ने चेतावनी दी कि माह की दस तारीख तक वेतन भुगतान व काम समय निर्धारित न किया गया तो कर्मचारी काम ठप कर जलकल कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करेंगें.