लखनऊ: लॉकडाउन की वजह से हर कोई घरों में रहने को मजबूर हैं. इस्लाम धर्म के सबसे बड़े और पाक त्योहार ईद-उल-फितर पर भी कोरोना का ग्रहण लग गया है. लॉकडाउन के चलते अकीदतमंदों ने घरों पर ही रहकर ईद की नमाज अदा की. लाखों अकीदतमंदों से गुलजार रहने वाले ईदगाह मैदान इस बार सुनसान पड़े हैं.
प्रयागराज: जिले के शहरवासी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि कोरोना के चलते इस वर्ष जमा मस्जिद में नमाज अदा नहीं की गई है. सभी मुस्लिम भाइयों ने अपने-अपने घरों पर नमाज अदा की है. साथ ही इस महामारी को जल्द से जल्द खत्म करने की दुआ मांगी है. इसके साथ ही जमा मस्जिद में प्रशासन के आदेशानुसार सिर्फ पांच लोगों ने ही नमाज अदा की.
देश में कायम रहे अमन-चैन
लॉकडाउन का पालन करते हुए इस बार सभी मुस्लिम भाइयों ने अपने घरों पर नमाज अदा की. नमाज अदा करते हुए यही दुवा मांगी कि देश के हर कोने-कोने में अमन-चैन कायम रहे. इसके सलाथ ही कानून का पालन करते हुए नमाज पढ़ी गई.
बदायूं: जिले में लॉकडाउन के चलते लोगों ने अपने-अपने घरों पर ही नमाज अदा की. मस्जिदों में इमाम की तरफ से केवल पांच लोगों ने ही नमाज अदा की. वहीं पुलिस प्रशासन मस्जिदों और ईदगाह पर मुस्तैद रही, ताकि नियमों का उल्लंघन न हो सके.
लोगों ने कहा ईद उल फितर की नमाज अदा कर मुल्क से कोरोना महामारी के खात्में की दुआएं की गई. वहीं पुलिस प्रशासन ने काफी सतर्कता बरतते हुए फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की.