ETV Bharat / state

डाला छठ के लिए बजार और घाट हुए तैयार, कल डूबते सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य

उत्तर प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों में छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर है. इस महा पर्व को दुनिया के कोने-कोने में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है.

डाला छठ के लिए बजार और घाट हुए तैयार.
author img

By

Published : Nov 1, 2019, 11:53 PM IST

प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्य की आराधना का महापर्व डाला छठ कार्तिक शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है. इस पर्व की झलक पूरे देश में देखने को मिल रही है. बिहार से शुरू हुआ यह महापर्व अब देश और दुनिया के कोने-कोने में धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा है. बिहार के बाद यूपी के तमाम जिलों में छठ का पर्व वृहद रूप में मनाया जाता है. छठ पर्व पर डूबते सूर्य को शनिवार को पहला अर्घ्य दिया जायेगा और फिर रविवार सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती अपना कठिन व्रत पूरा करेंगी.

डाला छठ के लिए बजार और घाट हुए तैयार.

इन जिलों में हो रही हैं छठ पूजा की तैयारियां

वाराणसी: धर्म और अध्यात्म के शहर काशी में डाला छठ के अवसर पर मिनी बिहार की झलक मिलती है. ऐसे में जहां बनारस की पूरी 80 घाट श्रद्धालु से पटा रहता है. वहीं शहर के विभिन्न कोने में प्राचीन और पौराणिक कुंडों पर आस्था और विश्वास के इस महापर्व को मनाया जाता है. ऐसे में जिले की पौराणिक कुंड शंकुधारा को साफ किया जा रहा है. उसमें जमे काई को हटाया जा रहा है. क्योंकि कल छठ की आराधना हो उसमें श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े. लक्ष्मी कुंड, सूरसरोवर पितर कुंडा, मैदागिन कुंड, रामकटोरा कुंड, सफाई किया जा रहा है.


आजमगढ़: छठ पूजा की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन ने पूरी उपेक्षा की है. तमसा नदी के किनारे जिन घाटों पर छठ माता की पूजा होनी थी वहां पर प्रशासन ने न तो कोई साफ सफाई की है और न ही कोई तैयारी की है, जिसके कारण आम जनता ने तैयारियों की कमान स्वयं संभाली है.

छठ पर्व साफ दिख असर महंगाई का असर
पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाने वाले छठ पर्व पर महंगाई का साफ असर दिख रहा है. जनपद में मनाए जाने वाले छठ त्योहार की तैयारियों में महिलाएं लगी हुई हैं पर जिस तरह से खरीददारी की जा रही है उससे साफ जाहिर हो रहा है. निश्चित रूप से महंगाई का असर छठ पूजा पर साफ पड़ रहा है.

महाराजगंज: भारत नेपाल की सीमा से सटे महाराजगंज जिले में भी भगवान भास्कर की उपासना के महापर्व छठ पर बाजार में खासा रौनक देखने को मिल रहा है. आज खरना है और व्रती महिलाओं समेत आस्थावानों की भीड़ बाजारों में खूब रही आमतौर पर कम भीड़ वाले बाजार में छठ को लेकर खासा उत्साह रहा. व्रत रहने वाली महिलाओं समेत उनके परिवार के लोग बाजार से सूप और डाला समेत अन्य पूजा की सामग्रियों की जमकर खरीदारी कर रही हैं.

छठ पूजा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और सभी छठ घाटों की साफ-सफाई करवाने में लगी है. जिलाधिकारी ने छठ घाट का निरीक्षण कर साफ सफाई का दिशा निर्देश दिए.

सहारनपुर: जिले में छठ पूजा महोत्सव को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है, जिसमें जिले के कई घाटों पर छठ पूजन का कार्यक्रम किया जाना है. इसमें पांवधोई घाट, बड़ी नहर घाट आदि घाटों पर छठ पूजा का कार्यक्रम होगा, जिसमें घाटों की पहले से सफाई कराई गई है और शुक्रवार को सभी घाटों और बड़ी नहर में पानी छोड़ दिया गया है, जिससे कि रविवार को होने वाली छठ पूजा में श्रद्धालु भक्ति भाव से अपनी छठ पूजा को कर सकें.

प्रशासन ने पुलिस फोर्स और रात के समय लाइट की व्यवस्था भी की है, जिससे कि नहर में पानी के तेज प्रवाह को देखते हुए किसी तरह की कोई घटना न घटे और छठ पूजा का कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से पूर्ण हो सके.

प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्य की आराधना का महापर्व डाला छठ कार्तिक शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है. इस पर्व की झलक पूरे देश में देखने को मिल रही है. बिहार से शुरू हुआ यह महापर्व अब देश और दुनिया के कोने-कोने में धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा है. बिहार के बाद यूपी के तमाम जिलों में छठ का पर्व वृहद रूप में मनाया जाता है. छठ पर्व पर डूबते सूर्य को शनिवार को पहला अर्घ्य दिया जायेगा और फिर रविवार सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती अपना कठिन व्रत पूरा करेंगी.

डाला छठ के लिए बजार और घाट हुए तैयार.

इन जिलों में हो रही हैं छठ पूजा की तैयारियां

वाराणसी: धर्म और अध्यात्म के शहर काशी में डाला छठ के अवसर पर मिनी बिहार की झलक मिलती है. ऐसे में जहां बनारस की पूरी 80 घाट श्रद्धालु से पटा रहता है. वहीं शहर के विभिन्न कोने में प्राचीन और पौराणिक कुंडों पर आस्था और विश्वास के इस महापर्व को मनाया जाता है. ऐसे में जिले की पौराणिक कुंड शंकुधारा को साफ किया जा रहा है. उसमें जमे काई को हटाया जा रहा है. क्योंकि कल छठ की आराधना हो उसमें श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े. लक्ष्मी कुंड, सूरसरोवर पितर कुंडा, मैदागिन कुंड, रामकटोरा कुंड, सफाई किया जा रहा है.


आजमगढ़: छठ पूजा की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन ने पूरी उपेक्षा की है. तमसा नदी के किनारे जिन घाटों पर छठ माता की पूजा होनी थी वहां पर प्रशासन ने न तो कोई साफ सफाई की है और न ही कोई तैयारी की है, जिसके कारण आम जनता ने तैयारियों की कमान स्वयं संभाली है.

छठ पर्व साफ दिख असर महंगाई का असर
पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाने वाले छठ पर्व पर महंगाई का साफ असर दिख रहा है. जनपद में मनाए जाने वाले छठ त्योहार की तैयारियों में महिलाएं लगी हुई हैं पर जिस तरह से खरीददारी की जा रही है उससे साफ जाहिर हो रहा है. निश्चित रूप से महंगाई का असर छठ पूजा पर साफ पड़ रहा है.

महाराजगंज: भारत नेपाल की सीमा से सटे महाराजगंज जिले में भी भगवान भास्कर की उपासना के महापर्व छठ पर बाजार में खासा रौनक देखने को मिल रहा है. आज खरना है और व्रती महिलाओं समेत आस्थावानों की भीड़ बाजारों में खूब रही आमतौर पर कम भीड़ वाले बाजार में छठ को लेकर खासा उत्साह रहा. व्रत रहने वाली महिलाओं समेत उनके परिवार के लोग बाजार से सूप और डाला समेत अन्य पूजा की सामग्रियों की जमकर खरीदारी कर रही हैं.

छठ पूजा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और सभी छठ घाटों की साफ-सफाई करवाने में लगी है. जिलाधिकारी ने छठ घाट का निरीक्षण कर साफ सफाई का दिशा निर्देश दिए.

सहारनपुर: जिले में छठ पूजा महोत्सव को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है, जिसमें जिले के कई घाटों पर छठ पूजन का कार्यक्रम किया जाना है. इसमें पांवधोई घाट, बड़ी नहर घाट आदि घाटों पर छठ पूजा का कार्यक्रम होगा, जिसमें घाटों की पहले से सफाई कराई गई है और शुक्रवार को सभी घाटों और बड़ी नहर में पानी छोड़ दिया गया है, जिससे कि रविवार को होने वाली छठ पूजा में श्रद्धालु भक्ति भाव से अपनी छठ पूजा को कर सकें.

प्रशासन ने पुलिस फोर्स और रात के समय लाइट की व्यवस्था भी की है, जिससे कि नहर में पानी के तेज प्रवाह को देखते हुए किसी तरह की कोई घटना न घटे और छठ पूजा का कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से पूर्ण हो सके.

Intro:स्पेशल:

वाराणसी: महापर्व छठ की छटा इन दिनों पूरे देश में देखने को मिल रही है बिहार से शुरू हुआ यह महापर्व अब देश और दुनिया के कोने कोने में धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा. बिहार के बाद यूपी के तमाम जिलों में छठ का पर्व बृहद रूप में मनाया जाता है और काशी में इसका अद्भुत रूप देखने को मिलता है. वैसे तो छठ पर्व पर डूबते सूर्य को कल पहला अंक दिया जायेगा और फिर परसों सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ देकर व्रती अपना कठिन व्रत पूरा करेंगी. इसके पहले आज खरना का पर्व मनाया गया. जिसमें काशी के घाटों पर छठ की छटा बिखरती दिखाई दी.


Body:वीओ-01 वैसे तो छठ पर्व की शुरुआत शाम के अंग के 2 दिन पहले नहाए खाए के साथ होती है और आज इस महापर्व का दूसरा दिन है जिसमें खरना का पर्व मनाया जाता है. करना यानी व्रती महिलाओं की तरफ से आज गंगा या किसी सरोवर में स्नान करने के बाद घाट किनारे पूजा पाठ कर महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर सुहाग और बच्चों के स्वास्थ्य की कामना करती हैं. इस परंपरा का निर्वहन आज काशी के घाटों पर बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं ने किया.


Conclusion:वीओ-02 शाम को सूर्य अस्त होने से पहले महिलाएं गंगा घाट पर पहुंची और गंगा स्नान करने के बाद विधिवत पूजन पाठ कर घर को रवाना हुई घर पहुंच कर महिलाओं ने भट्टी पर रोटी और खीर बनाकर पारण किया व्रती महिलाओं का कहना था कि आज सुबह से ही सभी महिलाएं व्रत रहती हैं और शाम में गंगा स्नान कर खीर और रोटी बनाकर भोग लगाने के बाद इसे खाती हैं और घर वालों को भी प्रसाद दिया जाता है. इसके बाद शुरू होता है छठ पर्व का वह कठिन व्रत जिसके लिए इस पर्व को जाना जाता है आज खीर और रोटी खाने के बाद अब महिलाएं निर्जल व्रत रहेंगे और परसों सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने इस व्रत को पूरा करेंगी.

बाईट- अनिता दुबे, व्रती महिला

गोपाल मिश्र

9839809074
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.