लखनऊ: आयुष्मान भारत योजना के मरीजों को अब इंटरनेट बंद होने की स्थिति में भी कोई समस्या नहीं होगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन सभी सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पतालों में जहां पर आयुष्मान कार्ड संबंधित कार्य होते हैं, उन सभी स्थानों पर एक डिवाइस दी जाएगी, जो इंटरनेट की गति व क्षमता दोनों को प्रबल कर देगी. इससे आयुष्मान भारत के अंतर्गत आने वाले मरीजों को इंटरनेट बंद होने की स्थिति में भी इंटरनेट न होने की वजह से होने वाली दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
बीते साल 19 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच उत्तर प्रदेश समेत भारत के कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद थीं. इस दौरान प्रदेश के कई जिलों के मरीजों को इंटरनेट की सुविधा न होने की वजह से आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था. इस पर राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित स्वास्थ्य मेले में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाया गया. यहां भी हजारों मरीजों को इंटरनेट न होने का हवाला देते हुए कोई भी सुविधा नहीं मिल पा रही थी.
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आयुष्मान भारत योजना का कार्य देख रही सांचीज संस्था ने निर्णय लिया है कि इंटरनेट सुविधा उपलब्ध न होने पर भी आयुष्मान भारत के मरीजों को इलाज के लिए दुविधा नहीं होगी. इसके लिए प्रदेश के सभी जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में टी पिन की व्यवस्था की जाएगी, जहां आयुष्मान भारत योजना से संबंधित कार्य होते हैं. इससे मरीजों को बिना इलाज वापस लौटना नहीं पड़ेगा.