लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर पूरे भारतवर्ष को लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के मद्देनजर सभी परिवहन व्यवस्थाओं को भी बंद किया गया है. परिवहन व्यवस्था और फैक्ट्रियों के बंद हो जाने से लाखों लोग अपने घर जाने को मजबूर हुए हैं. इसी क्रम में लॉक डाउन के तीसरे दिन भी चारबाग बस अड्डे पर सैकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए और प्रशासन से घर भेजने की गुहार लगा रहे हैं.
लॉक डाउन से पूरे जनमानस में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है. सबसे ज्यादा परेशानी दिहाड़ी मजदूरों और फैक्ट्रियों में काम करने वाले को हो रही है. लॉकडाउन से महानगरों में संचालित सभी फैक्ट्रियां और निर्माण के कार्य बंद हो गए हैं, जिससे इन मजदूरों के सामने दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल साबित हो रहा है.
भूख से परेशान ये लोग अपने-अपने गांव वापस जाने के लिए मजबूर हैं. वहीं इनकी परेशानी तब ज्यादा बढ़ गई जबसे रेलगाड़ी और बसों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. ऐसे में बहुत से लोग पैदल ही अपने घरों के लिए रवाना हो गए, तो वहीं कुछ लोग सरकार की मदद से अपने घर पहुंचे हैं.
इन सब के बावजूद शुक्रवार को लॉक डाउन के तीसरे दिन भी चारबाग बस स्टेशन पर सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई है. ये लोग अपने-अपने घरों को जाने के लिए व्याकुल है. सरकार से लगातार गुहार लगा रहे हैं कि हमें किसी तरह अपने घर पहुंचाया जाए. इनमें से कुछ लोग मेडिकल इमरजेंसी के कारण लखनऊ आए थे. वहीं कुछ लोग बाहर से लखनऊ आकर फंस गए हैं.
चारबाग रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा भीड़ को पुलिस प्रशासन करोना वायरस के प्रति सजग करती नजर आ रही है. पुलिस लाउडस्पीकर से लगातार एलान कर रही है कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रहिए. साथ ही पुलिस प्रशासन इन लोगों के भोजन की भी व्यवस्था करने का आश्वासन दे रही है. वहीं यहां मौजूद लोगों का कहना है जल्द से जल्द उन्हें उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए.
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