लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रयासों से अब यात्रियों के पैसे और समय दोनों की ही बचत हो रही है. लंबी दूरी की बसों में सवार होने वाले यात्रियों को बस स्टेशन तक बस पकड़ने के लिए न आना पड़े, इसके लिए यूपीएसआरटीसी ने शहर में बस स्टेशनों के साथ ही पिकअप प्वाइंट बनाए हैं. यह पिकअप प्वाइंट यात्रियों को काफी राहत दे रहे हैं.
परिवहन निगम के प्रयासों से यात्रियों के समय और पैसे की हो रही बचत
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का तेजी से विस्तार हो रहा है. विस्तारीकरण के कारण शहर के आउटर इलाकों से बस स्टेशन काफी दूर पड़ता है. यात्रियों को असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखते हुए अलग-अलग क्षेत्रों में कुल चार बस स्टेशन बनाए गए हैं. इसके अलावा एक स्टेशन प्रस्तावित है. इतना ही नहीं, शहर के अंदर और बाहर पिकअप प्वांइट्स भी बनाए गए हैं, जो यात्रियों को सहूलियत प्रदान कर रहे हैं.
लखनऊ के बस स्टेशन और पिकअप प्वाइंट.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रयासों से अब यात्रियों के पैसे और समय दोनों की ही बचत हो रही है. लंबी दूरी की बसों में सवार होने वाले यात्रियों को बस स्टेशन तक बस पकड़ने के लिए न आना पड़े, इसके लिए यूपीएसआरटीसी ने शहर में बस स्टेशनों के साथ ही पिकअप प्वाइंट बनाए हैं. यह पिकअप प्वाइंट यात्रियों को काफी राहत दे रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का तेजी से विस्तार हो रहा है. विस्तारीकरण के कारण शहर के आउटर इलाकों से बस स्टेशन काफी दूर पड़ता है. यात्रियों को असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखकर लखनऊ के अलग-अलग क्षेत्रों में कुल चार बस स्टेशन बनाए गए हैं. इसके अलावा एक स्टेशन प्रस्तावित है. इतना ही नहीं, शहर के अंदर और बाहर पिकअप प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जो यात्रियों को सहूलियत प्रदान कर रहे हैं. लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे के पास आने और जाने वाली सड़क पर मॉडर्न पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. सीतापुर जाने के लिए मड़ियांव इलाके में पिकअप प्वाइंट बनाया गया है. इसके अलावा यात्रियों को हरदोई रूट पर जाना हो तो दुबग्गा में पिकअप प्वाइंट बनाया गया है. वहीं शहर के अंदर स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न इलाकों में यात्रियों के बैठने की सुविधा के लिए पिकअप प्वाइंट बने हैं, जहां से यात्री बस भी पकड़ सकते हैं.पिकअप प्वाइंट पर मिल रही कई सुविधाएं
गोमती नगर रूट से पॉलिटेक्निक चौराहे की तरफ जाने वाले मार्ग पर अत्याधुनिक पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. यहां से गोरखपुर, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच और अकबरपुर रूट की बसें संचालित होती हैं. लखनऊ में इन पिकअप प्वाइंट पर यात्री सुविधा की दृष्टि से बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था है. गर्मी को ध्यान में रखकर यहां पंखे भी लगाए गए हैं. साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. इसके अलावा खाने-पीने के लिए कैंटीन की व्यवस्था की गई है. छोटे बच्चों को ध्यान में रखकर यहां पर खिलौने भी उपलब्ध हैं. मड़ियांव में छोटा सा पिकअप पॉइंट बना है तो दुबग्गा में सिटी बस के पिकअप प्वाइंट से ही रोडवेज बसें सवारियां लेने के लिए ठहरती हैं.शहर में हर तरफ बस स्टेशन
लखनऊ में हर तरफ बस स्टेशन मौजूद होने की वजह से यहां पर पिकअप प्वाइंट की आवश्यकता कम महसूस की जा रही है. राजधानी के केंद्र में रेलवे स्टेशन के ठीक सामने चारबाग बस स्टेशन मौजूद है. यहां से यात्रियों को आराम से बसें मिल जाती हैं. कानपुर और दिल्ली की तरफ जाने के लिए आलमबाग बस स्टेशन मौजूद है. शहर के केंद्र में कैसरबाग बस स्टेशन बना हुआ है जिससे सीतापुर, बाराबंकी और लखीमपुर के लिए बसें मिलती हैं. अभी हाल ही में अयोध्या की तरफ जाने वाले यात्रियों के लिए अवध बस स्टेशन बना दिया गया है. यहां पर यात्री सुविधा की दृष्टि से सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके अलावा शहर के पांचवें बस स्टेशन के रूप में जानकीपुरम में एक नया बस स्टेशन प्रस्तावित है, जिससे सीतापुर की तरफ जाने वाले यात्रियों को भविष्य में यहीं से बस मिलने लगेंगी. ऐसे में लखनऊ शहर में पिकअप प्वाइंट की आवश्यकता काफी कम महसूस की जा रही है. सुविधा के लिए बन रहे नए बस स्टेशन
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम यात्रियों को सुविधा देने के लिए कटिबद्ध है. शहर के बाहरी क्षेत्रों में पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. साथ ही शहर में कैसरबाग, चारबाग, आलमबाग और अवध बस स्टेशन बने हुए हैं. जानकीपुरम में एक नया बस स्टेशन प्रस्तावित है, जिससे सीतापुर और लखीमपुर जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी. चारबाग से छोटी दूरी के यात्रियों को बसें मिल रही हैं तो आलमबाग से कानपुर और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को. रोजाना यहां से लगभग 14 हजार यात्री सफर करते हैं. इसी तरह कैसरबाग बस स्टेशन पर भी सुविधाएं उपलब्ध हैं. नया अवध बस स्टेशन आठ माह पहले ही शुरू हुआ है. पॉलिटेक्निक पर जो पिकअप प्वाइंट बने हैं, वहां पर बसें रुककर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचा रही हैं.'नहीं रुकती हैं बसें, आते नहीं अधिकारी'
पिकअप पॉइंट पर यात्रियों के लिए सभी तरह की सुविधा तो मौजूद है, लेकिन यहां पर बसें काफी कम संख्या में रुकती हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है. पहले यहां अधिकारियों की ड्यूटी लगती थी, लेकिन अब अधिकारी नहीं आते हैं. जब दूर से बस निकल जाती हैं तो यात्री भी चौराहे की तरफ चले जाते हैं, वहीं से बस पकड़ते हैं. यहां पर बैठकर यात्री बसों की प्रतीक्षा करते हैं.
यात्रियों के लिए बस की कोई दिक्कत नहीं
लखनऊ शहर का तेजी से विस्तार हो रहा है. ऐसे में रोडवेज ने चार बस स्टेशन बनाए हैं. चारबाग, कैसरबाग, आलमबाग और अवध के अलावा जानकीपुरम में एक नया बस अड्डा बनेगा. इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. हरदोई जाने के लिए दुबग्गा पर पिकअप प्वाइंट बना है, वहीं पॉलिटेक्निक से पहले दोनों तरफ पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. सीतापुर के यात्रियों के लिए मड़ियांव में पिकअप प्वाइंट बना है. शहर में काफी संख्या में बस स्टेशन मौजूद है. ऐसे में यात्रियों को बस के लिए कोई दिक्कत नहीं है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का तेजी से विस्तार हो रहा है. विस्तारीकरण के कारण शहर के आउटर इलाकों से बस स्टेशन काफी दूर पड़ता है. यात्रियों को असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखकर लखनऊ के अलग-अलग क्षेत्रों में कुल चार बस स्टेशन बनाए गए हैं. इसके अलावा एक स्टेशन प्रस्तावित है. इतना ही नहीं, शहर के अंदर और बाहर पिकअप प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जो यात्रियों को सहूलियत प्रदान कर रहे हैं. लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे के पास आने और जाने वाली सड़क पर मॉडर्न पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. सीतापुर जाने के लिए मड़ियांव इलाके में पिकअप प्वाइंट बनाया गया है. इसके अलावा यात्रियों को हरदोई रूट पर जाना हो तो दुबग्गा में पिकअप प्वाइंट बनाया गया है. वहीं शहर के अंदर स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न इलाकों में यात्रियों के बैठने की सुविधा के लिए पिकअप प्वाइंट बने हैं, जहां से यात्री बस भी पकड़ सकते हैं.पिकअप प्वाइंट पर मिल रही कई सुविधाएं
गोमती नगर रूट से पॉलिटेक्निक चौराहे की तरफ जाने वाले मार्ग पर अत्याधुनिक पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. यहां से गोरखपुर, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच और अकबरपुर रूट की बसें संचालित होती हैं. लखनऊ में इन पिकअप प्वाइंट पर यात्री सुविधा की दृष्टि से बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था है. गर्मी को ध्यान में रखकर यहां पंखे भी लगाए गए हैं. साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. इसके अलावा खाने-पीने के लिए कैंटीन की व्यवस्था की गई है. छोटे बच्चों को ध्यान में रखकर यहां पर खिलौने भी उपलब्ध हैं. मड़ियांव में छोटा सा पिकअप पॉइंट बना है तो दुबग्गा में सिटी बस के पिकअप प्वाइंट से ही रोडवेज बसें सवारियां लेने के लिए ठहरती हैं.शहर में हर तरफ बस स्टेशन
लखनऊ में हर तरफ बस स्टेशन मौजूद होने की वजह से यहां पर पिकअप प्वाइंट की आवश्यकता कम महसूस की जा रही है. राजधानी के केंद्र में रेलवे स्टेशन के ठीक सामने चारबाग बस स्टेशन मौजूद है. यहां से यात्रियों को आराम से बसें मिल जाती हैं. कानपुर और दिल्ली की तरफ जाने के लिए आलमबाग बस स्टेशन मौजूद है. शहर के केंद्र में कैसरबाग बस स्टेशन बना हुआ है जिससे सीतापुर, बाराबंकी और लखीमपुर के लिए बसें मिलती हैं. अभी हाल ही में अयोध्या की तरफ जाने वाले यात्रियों के लिए अवध बस स्टेशन बना दिया गया है. यहां पर यात्री सुविधा की दृष्टि से सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके अलावा शहर के पांचवें बस स्टेशन के रूप में जानकीपुरम में एक नया बस स्टेशन प्रस्तावित है, जिससे सीतापुर की तरफ जाने वाले यात्रियों को भविष्य में यहीं से बस मिलने लगेंगी. ऐसे में लखनऊ शहर में पिकअप प्वाइंट की आवश्यकता काफी कम महसूस की जा रही है. सुविधा के लिए बन रहे नए बस स्टेशन
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम यात्रियों को सुविधा देने के लिए कटिबद्ध है. शहर के बाहरी क्षेत्रों में पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. साथ ही शहर में कैसरबाग, चारबाग, आलमबाग और अवध बस स्टेशन बने हुए हैं. जानकीपुरम में एक नया बस स्टेशन प्रस्तावित है, जिससे सीतापुर और लखीमपुर जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी. चारबाग से छोटी दूरी के यात्रियों को बसें मिल रही हैं तो आलमबाग से कानपुर और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को. रोजाना यहां से लगभग 14 हजार यात्री सफर करते हैं. इसी तरह कैसरबाग बस स्टेशन पर भी सुविधाएं उपलब्ध हैं. नया अवध बस स्टेशन आठ माह पहले ही शुरू हुआ है. पॉलिटेक्निक पर जो पिकअप प्वाइंट बने हैं, वहां पर बसें रुककर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचा रही हैं.'नहीं रुकती हैं बसें, आते नहीं अधिकारी'
पिकअप पॉइंट पर यात्रियों के लिए सभी तरह की सुविधा तो मौजूद है, लेकिन यहां पर बसें काफी कम संख्या में रुकती हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है. पहले यहां अधिकारियों की ड्यूटी लगती थी, लेकिन अब अधिकारी नहीं आते हैं. जब दूर से बस निकल जाती हैं तो यात्री भी चौराहे की तरफ चले जाते हैं, वहीं से बस पकड़ते हैं. यहां पर बैठकर यात्री बसों की प्रतीक्षा करते हैं.
यात्रियों के लिए बस की कोई दिक्कत नहीं
लखनऊ शहर का तेजी से विस्तार हो रहा है. ऐसे में रोडवेज ने चार बस स्टेशन बनाए हैं. चारबाग, कैसरबाग, आलमबाग और अवध के अलावा जानकीपुरम में एक नया बस अड्डा बनेगा. इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. हरदोई जाने के लिए दुबग्गा पर पिकअप प्वाइंट बना है, वहीं पॉलिटेक्निक से पहले दोनों तरफ पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं. सीतापुर के यात्रियों के लिए मड़ियांव में पिकअप प्वाइंट बना है. शहर में काफी संख्या में बस स्टेशन मौजूद है. ऐसे में यात्रियों को बस के लिए कोई दिक्कत नहीं है.