नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक लॉकडाउन घोषित करने के चलते बड़ी संख्या में लोग अलग-अलग जगहों पर फंस गए. इसमें कई ऐसे लोग भी शामिल हैं जिन्हें गंभीर बीमारी है. एक ऐसे ही परिवार से दरियागंज में ईटीवी भारत की टीम ने बात की जिनके इकलौते बेटे को एचआईवी है. उसे अस्पताल ले जाने की सख्त आवश्यकता है लेकिन वह अमरोहा में फंसा हुआ है.
LNJP अस्पताल में चल रहा इलाज
जानकारी के अनुसार यह परिवार दिल्ली के मध्य जिला का रहने वाला है. उनके इकलौते बेटे को एचआईवी है. बीते दो साल से इसका इलाज लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में हो रहा है. बीते 25 मार्च को जब प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की घोषणा की तो यह युवक परिवार की एक शादी में शामिल होने के लिए अमरोहा गया हुआ था. लॉकडाउन की घोषणा होने से वह अमरोहा में ही फंस गया और वापस दिल्ली नहीं लौट पाया है.
अस्पताल से आया फोन
पीड़ित के पिता ने बताया कि अस्पताल से उन्हें फोन आया जिसमें बताया गया कि 5 अप्रैल को उनके बेटे की दवा खत्म हो चुकी है. उसका आज अस्पताल आना बेहद आवश्यक है क्योंकि उसके खून की जांच करने के बाद उसे दवा देना बेहद आवश्यक है.
उधर पीड़ित ने अपने पिता को बताया है कि उसकी तबियत लगातार बिगड़ती जा रही है. उसकी दवा खत्म हो चुकी है जिसके चलते वह चलने-फिरने में असमर्थ हो गया है.
पुलिस से मदद की गुहार
पीड़ित के परिजनों ने पुलिस से गुहार लगाई है कि वह इस मुश्किल घड़ी में उनके बेटे को अमरोहा से दिल्ली लाने में मदद करें. उन्होंने जब अपने लोकल थाने में संपर्क किया तो उन्हें डीसीपी कार्यालय भेज दिया गया. यहां उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही है जिस्ले चलते उनके इकलौते बेटे की जिंदगी पर खतरा बना हुआ है.