लखनऊ : यूपी में हुए 200 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंटरनेशनल पैरा क्रिकेटर विक्रम नाग को गिरफ्तार किया है. एजेंसी ने आरोपी को लखनऊ स्थित विशेष कोर्ट में पेश किया. ईडी की अपील पर कोर्ट ने विक्रम को पुलिस रिमांड में भेजा है. ईडी की जांच में विक्रम का कनेक्शन हाइजिया समूह के संचालकों से सामने आया है. लखीमपुर के रहने वाले विक्रम नाग को वर्ष 2020 में यूपी महोत्वस का यूथ आइकन बनाया गया था. यूपी दिव्यांग क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके विक्रम नाग ने कई अंतराष्ट्रीय मैच खेले हैं.
एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के दौरान सामने आया है कि विक्रम नाग हाइजिया ग्रुप के संचालकों के लिए एजेंट की तरह काम कर रहा था. विक्रम ने फर्जीवाड़ा कर छात्रवृत्ति गबन करने के लिए हाइजिया ग्रुप के संचालकों को दिव्यांगों के सार्टिफिकेट व अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराए थे. जिसे लेकर अब उससे कई बिंदुओं पर विस्तार से पूछताछ की जाएगी. ईडी ने इस घोटाले में आरोपी हाइजिया ग्रुप के संचालक इजहार हुसैन जाफरी उर्फ हनी जाफरी, अली अब्बास जाफरी के अलावा हाइजिया के कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार किया था. वहीं लखनऊ पुलिस की एसआईटी ने भी बीते दिनों इस घोटाले में शामिल सीतापुर के दो कॉलेज संचालक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था.
इन पर दर्ज हुई थी FIR : हजरतगंज कोतवाली में एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मामपुर के चेयरमैन प्रवीण चौहान, एजुकेशन सोसाइटी एंड हाइजिया के वाइस प्रेसीडेंट इजहार हुसैन जाफरी, इसी ग्रुप में अली अब्बास जाफरी, सईद इशरत हुसैन जाफरी, हाइजिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी के रवि प्रकाश गुप्ता व ग्रुप से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारी, लखनऊ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एजुकेशन के संचालक, डॉ. ओमप्रकाश ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन फर्रुखाबाद के चेयरमैन गुप्ता, डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन एंड जीविका कॉलेज ऑफ फार्मेसी हरदोई के सेक्रेटरी रामगोपाल, आरपीपी इंटर कॉलेज हरदोई के प्रबंधक पूनम वर्मा, ज्ञानवती इंटर कॉलेज हरदोई विवेक कुमार पटेल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौसगंज कछौना हरदोई के विवेक कुमार जगदीश प्रसाद वर्मा, फिनो पेमेंट बैंक के एरिया मैनेजर सचिन दुबे, एजेंट मो. साहिल अजीज, अमित कुमार मौर्य, तनवीर अहमद और जितेंद्र सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी.