लखनऊ: औरैया में प्रस्तावित पंचनद बांध परियोजना से तीनों जिलों के किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिल सकेगा. बीते चार साल से सूखे की मार झेल रहे जालौन और मानसून की बारिश के सहारे खेती करने वाले औरैया और इटावा के किसानों के लिए यह खबर खुशी देने वाली है.
नदियों का पानी इकट्ठा करने के लिए बनाया जाएगा बांध-
- प्रदेश का सिंचाई विभाग औरैया जिले में पांच नदियों के पानी को इकट्ठा करने वाला बांध बनाने जा रहा है.
- इस बांध में यमुना, चंबल, सिंध, क्वारी और पहुंज नदी के पानी को रोका जाएगा.
- औरैया जिले में यमुना और चंबल नदी के संगम स्थल से 16 किलोमीटर दूर डाउनस्ट्रीम में बीजलपुर गांव के समीप बैराज का निर्माण किया जाएगा.
- बैराज में 109 मीटर की ऊंचाई तक पानी को रोका जाएगा.
- इस बैराज में 27000 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज लिया जा सकेगा.
इस बांध के निर्माण के बाद औरैया, इटावा और जालौन जिले के किसानों को सिंचाई के लिए तरसना नहीं पड़ेगा और उनकी जरूरत के अनुसार उन्हें सभी मौसम में पानी मिल सकेगा. किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग इस बांध से जुड़ी हुए तीन नहर भी बनाने जा रहा है. इस परियोजना पर कुल 2589 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है और 104 हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल किया जाएगा.
-पुण्य प्रताप पांडेय, इंजीनियर इन चीफ, सिंचाई विभाग
परियोजना से लाभान्वित होने वाली कृषि भूमि-
औरैया- 50219 हेक्टेयर
जालौन- 4731 हेक्टेयर
इटावा- 6679 हेक्टेयर
- कुल 61 हजार 629 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी.
- सिंचाई विभाग की इस परियोजना पूरा होने में हालांकि अभी वक्त लगेगा.
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह भी लगातार परियोजना की प्रगति समीक्षा कर रहे हैं.
- इस परियोजना के पूरा होने से तीनों जनपद के लगभग 20 लाख किसान लाभान्वित होंगे.
विभाग के अधिकारियों का दावा है कि जिस तरह से समयबद्ध तरीके से परियोजना का शुरुआती काम पूरा कराया गया है, इससे परियोजना को लक्ष्य से पहले पूरा करने की उम्मीद की जा सकती है.