लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की पहले दिन की कार्यवाही में विपक्ष ने सत्ता पक्ष को सदन संचालन के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की. विपक्ष के सदस्यों ने सभापति के समक्ष मुद्दा उठाया कि पिछले सत्र के दौरान सत्तापक्ष ने हंगामे में विधेयक पारित कराने की कोशिश की और सदस्यों को चर्चा का मौका तक नहीं मिला.
महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा करने के बजाय जानबूझकर हंगामा किया जाता है.
सदस्यों ने सभापति रमेश यादव से कहा कि पिछले सत्र के दौरान जब शिक्षा सेवा चयन आयोग जैसा महत्वपूर्ण विधेयक सदन में लाया गया तो चर्चा के प्रस्ताव को सत्ता पक्ष के सदस्यों ने स्वीकार नहीं होने दिया और हंगामा करते रहे. हंगामे के दौरान ही पीठ ने दबाव में आकर फैसला सुना दिया.
विपक्ष के सदस्यों ने आरोप लगाया कि शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक को पारित करने में नियमों और परंपरा की अवहेलना की गई है. ऐसे में विपक्ष को पीठ का संरक्षण मिलना चाहिए और सत्तापक्ष पर अंकुश लगाने की जरूरत है. अन्यथा पीठ की ओर से उन्हें निर्देश दिया जाए.
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