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राम मंदिर भूमि पूजन को विपक्ष ने भी बताया ऐतिहासिक दिन, कहा- सभी के हैं राम - राम मंदिर का शिलान्यास और भूमिपूजन

रामनगरी अयोध्या में आज पीएम मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन किया. मंदिर के भूमिपूजन के बाद देश भर के लोगों में उत्साह का माहौल है. भाजपा और संघ के साथ-साथ अन्य संगठनों से जुड़े लोग खुशियां मना रहे हैं. वहीं इस अवसर पर अन्य राजनीतिक पार्टियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

राममंदिर के भूमि पूजन को विरोधी दलों ने भी बताया ऐतिहासिक
राममंदिर के भूमि पूजन को विरोधी दलों ने भी बताया ऐतिहासिक
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Published : Aug 5, 2020, 6:38 PM IST

लखनऊ: अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भव्य राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित राज्यपाल आनंदीबेन, सरसंघचालक मोहन भागवत सहित तमाम वीवीआइपी शामिल रहे. देश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन रहा, जहां 5 अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ हुआ तो वहीं कई वर्षों से देश की राजनीति में केंद्र बिंदु रहे राम मंदिर मुद्दे का राजनीतिक अंत भी हो गया. इस ऐतिहासिक दिन पर भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर की और इसे अपनी विजय के तौर पर मनाया. वहीं विरोधी दलों ने भी भव्य राम मंदिर निर्माण के प्रयास की सराहना की और इसे ऐतिहासिक दिन बताया.

सपा की प्रवक्ता जूही सिंह ने दी प्रतिक्रिया

सपा की प्रवक्ता जूही सिंह ने दी प्रतिक्रिया
भूमिपूजन के बाद ईटीवी से बातचीत करते हुए समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि राम के भव्य मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर हमारी पार्टी भी खुश है. यह एक ऐतिहासिक दिन है और इसी के साथ भारतीय राजनीति के एक बड़े मुद्दे का अंत भी हो गया. हम यह कल्पना करते हैं कि राम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या का विकास होगा. एक सवाल के जवाब में जूही सिंह ने कहा कि यह भाजपा की जीत नहीं है, यह देश के संविधान और लोकतंत्र की जीत है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने पर भी हमारी पार्टी ने इस फैसले का स्वागत किया था और आज भी हम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हैं.

प्रियंका गांधी का ट्वीट.
प्रियंका गांधी का ट्वीट.

प्रियंका गांधी के बयान का पालन करती है पार्टी: अजय कुमार लल्लू

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ईटीवी से बातचीत में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्तरप्रदेश की प्रभारी और हमारी शीर्ष नेता प्रियंका गांधी अपनी प्रतिक्रिया दे चुकी हैं. उनके बयान का पार्टी पूरी तरह से पालन कर रही है. मैं प्रियंका गांधी के बयान को ही अपना बयान मानता हूं. '1 दिन पहले 4 अगस्त को प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा था कि "सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनबद्धता दीनबंधु राम नाम का सार है. राम तन में हैं, राम सबके साथ हैं. भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुता और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने. जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आए और प्रियंका गांधी के ट्वीट से भी कार्यक्रम को लेकर कोई स्पष्ट बात नहीं कही गई. इससे यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी राम मंदिर को लेकर भूमि पूजन के भव्य आयोजन पर कुछ भी स्पष्ट बोलने से बचती हुई नजर आ रही है.

शिवपाल सिंह यादव ने दी अपनी प्रतिक्रिया
राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रतिक्रिया देते हुए शिवपाल सिंह यादव का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद अयोध्या में प्रस्तावित भव्य राम मंदिर के शिलान्यास का अवसर सभी भारतीयों के लिए एक सुखद क्षण है. लंबे समय से चल रहे एक विवाद का संवैधानिक दायरे से निपटारा होना हमारे लोकतंत्र की ताकत है. मेरी व्यक्तिगत राय है कि अब इस शुभ अवसर पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. संपूर्ण राष्ट्र प्रभु श्री राम के स्वागत के लिए तैयार है. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सभी की आस्था के प्रतीक हैं. राम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भी आदर्श थे. गांधी जी के लिए रामराज्य की संकल्पना का अर्थ था एक पारदर्शी और जवाबदेह लोकतंत्र, गांधीजी जिस रामराज की बात करते थे वह न्याय पर आधारित एक मुकम्मल समाज की अवधारणा थी, जहां राम और रहीम को बराबरी का अधिकार मिले.

लखनऊ: अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भव्य राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित राज्यपाल आनंदीबेन, सरसंघचालक मोहन भागवत सहित तमाम वीवीआइपी शामिल रहे. देश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन रहा, जहां 5 अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ हुआ तो वहीं कई वर्षों से देश की राजनीति में केंद्र बिंदु रहे राम मंदिर मुद्दे का राजनीतिक अंत भी हो गया. इस ऐतिहासिक दिन पर भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर की और इसे अपनी विजय के तौर पर मनाया. वहीं विरोधी दलों ने भी भव्य राम मंदिर निर्माण के प्रयास की सराहना की और इसे ऐतिहासिक दिन बताया.

सपा की प्रवक्ता जूही सिंह ने दी प्रतिक्रिया

सपा की प्रवक्ता जूही सिंह ने दी प्रतिक्रिया
भूमिपूजन के बाद ईटीवी से बातचीत करते हुए समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि राम के भव्य मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर हमारी पार्टी भी खुश है. यह एक ऐतिहासिक दिन है और इसी के साथ भारतीय राजनीति के एक बड़े मुद्दे का अंत भी हो गया. हम यह कल्पना करते हैं कि राम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या का विकास होगा. एक सवाल के जवाब में जूही सिंह ने कहा कि यह भाजपा की जीत नहीं है, यह देश के संविधान और लोकतंत्र की जीत है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने पर भी हमारी पार्टी ने इस फैसले का स्वागत किया था और आज भी हम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हैं.

प्रियंका गांधी का ट्वीट.
प्रियंका गांधी का ट्वीट.

प्रियंका गांधी के बयान का पालन करती है पार्टी: अजय कुमार लल्लू

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ईटीवी से बातचीत में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्तरप्रदेश की प्रभारी और हमारी शीर्ष नेता प्रियंका गांधी अपनी प्रतिक्रिया दे चुकी हैं. उनके बयान का पार्टी पूरी तरह से पालन कर रही है. मैं प्रियंका गांधी के बयान को ही अपना बयान मानता हूं. '1 दिन पहले 4 अगस्त को प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा था कि "सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनबद्धता दीनबंधु राम नाम का सार है. राम तन में हैं, राम सबके साथ हैं. भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुता और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने. जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आए और प्रियंका गांधी के ट्वीट से भी कार्यक्रम को लेकर कोई स्पष्ट बात नहीं कही गई. इससे यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी राम मंदिर को लेकर भूमि पूजन के भव्य आयोजन पर कुछ भी स्पष्ट बोलने से बचती हुई नजर आ रही है.

शिवपाल सिंह यादव ने दी अपनी प्रतिक्रिया
राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रतिक्रिया देते हुए शिवपाल सिंह यादव का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद अयोध्या में प्रस्तावित भव्य राम मंदिर के शिलान्यास का अवसर सभी भारतीयों के लिए एक सुखद क्षण है. लंबे समय से चल रहे एक विवाद का संवैधानिक दायरे से निपटारा होना हमारे लोकतंत्र की ताकत है. मेरी व्यक्तिगत राय है कि अब इस शुभ अवसर पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. संपूर्ण राष्ट्र प्रभु श्री राम के स्वागत के लिए तैयार है. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सभी की आस्था के प्रतीक हैं. राम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भी आदर्श थे. गांधी जी के लिए रामराज्य की संकल्पना का अर्थ था एक पारदर्शी और जवाबदेह लोकतंत्र, गांधीजी जिस रामराज की बात करते थे वह न्याय पर आधारित एक मुकम्मल समाज की अवधारणा थी, जहां राम और रहीम को बराबरी का अधिकार मिले.

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